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नैनी जेल में मिले टीबी के आठ नए मरीज

नैनी सेंट्रल जेल में एक महिला समेत आठ बंदी टीबी की बीमारी से ग्रसित हैं। गंभीर पीड़ित चार बंदियों का टीबी वार्ड में इलाज चल रहा है।

By Edited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 02:33 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 07:19 PM (IST)
नैनी जेल में मिले टीबी के आठ नए मरीज
नैनी जेल में मिले टीबी के आठ नए मरीज
प्रयागराज : केंद्रीय कारागार में एक महिला समेत आठ बंदी क्षयरोग (टीबी) से पीड़ित हैं। इन बंदियों की एक्सरे, ब्लड, यूरिन और बलगम समेत अन्य जांच के बाद टीबी की पुष्टि हुई है। जेल चिकित्सकों द्वारा इनका इलाज शुरू किया गया। इस रोग से गंभीर पीड़ित चार बंदियों को टीबी वार्ड में भर्ती किया गया है, जबकि बोन टीबी से ग्रस्त सजायाफ्ता कैदी का इलाज बाहर अन्य अस्पताल में चल रहा है।
 
मरीजों में अधिकांश नशे का करते थे सेवन
इन मरीजों में अधिकांश नशे का सेवन करते थे। पिछले एक साल के अंदर आठ कैदियों में टीबी के लक्षण मिलने के बाद से अन्य बंदियों में भी भय है। महिला वार्ड में कई साल से बंद सजायाफ्ता राधा पत्नी बिटाई को कई माह पहले खांसी की शिकायत थी। शाम होते ही बुखार हो जाता था। जेल चिकित्सक ने उसकी जांच की तो टीबी होने की पुष्टि हुई। टीबी का इलाज शुरू किया गया।

मरीजों को जेल के टीबी वार्ड में रखा गया है
 सजायाफ्ता कैदी सत्य प्रकाश, कल्लू, विचाराधीन कैदी मो. सोनू और श्याम सिंह क्षयरोग के गंभीर मरीज हैं। इन्हें जेल के टीबी वार्ड में रखा गया है। सजायाफ्ता भुर्रा को काफी दिनों से बोन टीबी है। विचाराधीन निक्का का अस्पताल में इलाज चल रहा। गंभीर होने पर भुर्रा का बाहर से भी इलाज कराया जाता है। हयात इलाज के बाद कुछ ठीक हुए तो उन्हें अस्पताल से सर्किल दो में शिफ्ट कर दिया गया। गंभीर मरीजों का इलाज बाहर के अस्पताल में कराना होता है। यहां मरीज को ले जाने के लिए सुरक्षा गार्ड नहीं हैं। इससे मरीजों को बाहर ले जाना संभव नहीं होता है।
 
चिकित्‍सीय जांच में क्षयरोग की हुई पुष्टि : वरिष्‍ठ जेल अधीक्षक
वरिष्ठ जेल अधीक्षक नैनी हरिबख्श सिंह ने बताया कि अधिकांश बंदियों को टीबी की बीमारी जेल में आने से पहले ही थी। यहां चिकित्सकीय जांच में आठ बंदियों में क्षयरोग की पुष्टि हुई है, जिनका इलाज चल रहा है। महिला बंदी जो मरीज हैं उनका भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। गंभीर होने पर रोगी को टीबी वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

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