नसीरपुर दरगाही में ईद मिलादुन्नबी का जलसा संपन्न
बारह रबी उल अव्वल के मौके पर नसीरपुर दरगाही गांव में ईद मिलादुन्नबी का जलसा किया गया। जिसमें दीनी उलमाओं ने अपने तकरीर के जरिए ईमान को मुकम्मल रखने की नसीहत दी गई। मौलाना खुर्शीद आलम ने बताया कि हजरत मोहम्मद पैगंबर साहब दुनिया में आकर लोगों को सही ढंग से उठने बैठने तथा रहने की तरीका बताया।
अटरामपुर : बारह रबी उल अव्वल के मौके पर नसीरपुर दरगाही गांव में ईद मिलादुन्नबी का जलसा किया गया। जिसमें दीनी उलमाओं ने अपने तकरीर के जरिए ईमान को मुकम्मल रखने की नसीहत दी गई। मौलाना खुर्शीद आलम ने बताया कि हजरत मोहम्मद पैगंबर साहब दुनिया में आकर लोगों को सही ढंग से उठने बैठने तथा रहने की तरीका बताया। इसी के साथ उन्होंने लोगों से अपने अंदर की ईमान पैदा करने को कहा। उनके विलादत की खुशी में जलसे का एहतराम किया गया है। अमीना के ललनवा नबी झूले झुलनवा को सुनकर लोग झूम उठे। मां के तलवे के नीचे जन्नत है। लेकिन आज लोग मां का एहतराम नहीं किया करते जिसकी वजह से आज की नस्लें बर्बाद हो रही है। लोगों को चाहिए दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम को भी उतनी ही तरजीह दें जिससे उन्हें अपने से बड़ों की इज्जत देने की सीख मिल सके। इसके अलावा मौलाना हाफिज मुजम्मिल, हाफिज मोहम्मद सलमान, हाफिज शाहनवाज, हाफिज इरफान, जुनेद ने अपने तकरीर के जरिए लोगों को नमाज पढ़ने के बाद ईमान का जज्बा पैदा करने को कहा। इस मौके पर मुल्क की सलामती की दुआएं मांगी गई। अन्य लोगों मे मोहम्मद इस्लाम, मोहम्मद नसीम, वसीम अहमद नदीम हफीज जुम्मन हफीज, शौकत आदि रहे।