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Sharadiya Navratri में बेटियों की शिक्षा पर जोर, स्वावलंबी बनाने को रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का दे रहीं प्रशिक्षण

विशाल संकल्प संस्था की संचालन अंजलि केशरी ने बताया कि कई बेटियों को रोजगारपरक पाठ्यक्रम से भी जोड़ा गया है। अब वे ब्यूटीशियन सिलाई कढ़ाई आदि का प्रशिक्षण ले रही हैं। यही बेटियां आगे चलकर स्वावलंबन की नई इबारत लिखेंगी।

By Jagran NewsEdited By: Brijesh SrivastavaPublished: Sun, 02 Oct 2022 10:15 AM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 10:15 AM (IST)
Sharadiya Navratri में बेटियों की शिक्षा पर जोर, स्वावलंबी बनाने को रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का दे रहीं प्रशिक्षण
प्रयागराज में शारदीय नवरात्र में बेटियों को शिक्षित करने की पहल विशाल संस्‍था की महिलाओं ने की है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में विशाल संकल्प संस्था ने रचनात्मक पहल की है। इस बार शारदीय नवरात्र में सेवा बस्ती में बालिकाओं को शिक्षित करने का संकल्‍प लिया गया। उन्‍हें कापी-किताब व पढ़ाई से जुड़ी अन्य वस्तुएं दी गईं। इनमें कई ऐसी छात्राएं भी थीं जो पूर्व में संस्था के संपर्क में रही हैं, उन्हें शिक्षा से जोड़ा गया है। वह अब पूरे उत्साह के साथ अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाने में व्यस्त हैं। इस कार्य में उनके अभिभावक भी सहयोगी बन रहे हैं। उनका कहना है कि बेटियों को कालेज स्तर तक की पढ़ाई का मौका देंगे।

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बेटियों को रोजगार परक पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण : विशाल संकल्प संस्था की संचालन अंजलि केशरी ने बताया कि कई बेटियों को रोजगारपरक पाठ्यक्रम से भी जोड़ा गया है। अब वे ब्यूटीशियन, सिलाई, कढ़ाई आदि का प्रशिक्षण ले रही हैं। यही बेटियां आगे चलकर स्वावलंबन की नई इबारत लिखेंगी। उन्होंने कहा कि संगठन का लक्ष्य है कि बेटियों में शक्ति का संचार हो। नवरात्र में होने वाले इस आयोजन में बेटियों के पांच धुल कर कुमकुम लगाकर आसन दिया जाता है। उन्हें शिक्षा का महत्व भी बताते हैं। अपने आसपास स्वछता रखने और उसके लाभ की भी जानकारी दी जाती है। इस आयोजन में अन्नू भइया, डा. वीके मिश्रा, सुमित गुप्ता, रोमिला बनर्जी, रमेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।

जंगल सफारी आयोजन में बच्चों का दिखा प्रकृति प्रेम : गर्ल्स हाईस्कूल एवं कालेज में जंगल सफारी विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें नर्सरी, प्रेप कक्षाओं के विद्यार्थी शामिल हुए। इस आयोजन के माध्यम से बच्चों को प्रकृति से परिचित कराने का प्रयास किया गया। छात्राएं जंगली जीवों को दर्शाने वाले परिधान में आईं। वे शेर, खरगोश, चीता, भालू आदि के स्वरूप में मंच पर दिख रही थीं। कुछ छात्राएं वृक्ष के स्वरूप में थीं। कार्यक्रम में बच्चों को यह भी समझाने का प्रयास हुआ कि कौन से जानवर कहां रहते हैं जैसे शेर मांद (गुफा) में, हाथी, जिराफ, जेब्रा सफारी में रहते हैं। इस दौरान पशु दौड़ का भी आयोजन किया गया। विजेता छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत भी किया गया। आयोजन में प्रधानाचार्या, डा. विनीता इसूबियस ने सहयोग देने के साथ बच्चों को ऐसी गतिविधियों में शामिल होने के लिए भी प्रेरित किया।


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