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प्रयागराज में करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर पर ईडी कसेगी शिकंजा, नाैकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला

एसटीएफ सीओ नवेंदु कुमार ने बताया कि करोड़ों की ठगी करने वाले शमीम समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। रिपोर्ट ईडी लखनऊ को भेजी जा रही है। जांच में पता चला है कि शमीम ने बेरोजगारों से ठगी कर करोड़ों रुपये कीमती संपत्ति बनाई है।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 07:10 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 07:10 AM (IST)
प्रयागराज में करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर पर ईडी कसेगी शिकंजा, नाैकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला
करोड़ों की ठगी करने वाले शमीम समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है।

 प्रयागराज,जेएनएन। हाई कोर्ट, रेलवे समेत कई विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के आरोपित तथाकथित डिप्टी रजिस्ट्रार मोहम्मद शमीम अहमद सिद्दीकी के खिलाफ अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शिकंजा कसेगी। ईडी की लखनऊ यूनिट ने स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की प्रयागराज इकाई से विवरण मांगा है। आसार हैैं कि शमीम के खिलाफ मनीलांड्रिंग का केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी और अवैध तरीके से जुटाई गई संपत्ति को अटैच किया जाएगा।

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एसटीएफ ने सोरांव निवासी शमीम और उसके गैंग के सदस्य राघवेंद्र सिंह, नीरज पाराशर तथा रमेश चंद्र उर्फ गुड्डू यादव को अप्रैल 2019 में गिरफ्तार किया था। दावा किया था कि आरोपितों ने इलाहाबाद और पटना हाई कोर्ट में समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी, लिपिक, चपरासी, इनकम टैक्स, सिंचाई, रेलवे व सेतु निगम में भर्ती कराने के नाम पर करीब 1400 बेरोजगार युवकों से 50 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। अभियुक्तों के पास से घोषणा पत्र, नियुक्ति पत्र जैसे तमाम कागजात, नकदी व लग्जरी कार बरामद हुई थी। यह भी पता चला था कि फर्जी कंपनी बनाकर धोखाधड़ी में शमीम को दिल्ली में गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा गया था। उसके खिलाफ दिल्ली, पंजाब, बिहार में भी मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल सभी अभियुक्त नैनी जेल में बंद हैं। एसटीएफ सीओ नवेंदु कुमार ने बताया कि करोड़ों की ठगी करने वाले शमीम समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। रिपोर्ट ईडी लखनऊ को भेजी जा रही है। आगे की कार्रवाई ईडी करेगी।

आलीशान मकान व कई संपत्ति बनाई

जांच में पता चला है कि शमीम ने बेरोजगारों से ठगी कर करोड़ों रुपये कीमती संपत्ति बनाई है। आलीशान मकान, ट्रांसपोर्ट कारोबार, 14 ट्रक तो हैैं ही देवास मोटर्स, देवास एसेसरीज व देवास यामहा एजेंसी में पैसा निवेश किया है। वह इलाहाबाद हाई कोर्ट के कोआपरेटिव सोसायटी में एकाउंटेंट था, लेकिन बाहर लोगों को बतौर डिप्टी रजिस्ट्रार अपना परिचय देता था।

पुलिस ने नहीं लगाया गैंगस्टर

कई राज्य में धोखाधड़ी करने वाले इस गिरोह के खिलाफ शिवकुटी पुलिस ने गैंगस्टर का मुकदमा नहीं दर्ज किया है। शिक्षक भर्ती घोटाले के तूल पकडऩे पर शिवकुटी पुलिस और अधिकारियों ने गैंगस्टर में कार्रवाई की बात की थी, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई।


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