Coronavirus effect : डफरिन और दो निजी अस्पताल सील, डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई Prayagraj News
वह दो जून को नखास कोहना स्थित मयंक हॉस्पिटल में गई। वहां पर डॉक्टर ने यह जानते हुए भी कि उसकी कोरोना की जांच रिपोर्ट नहीं आई फिर भी सिजेरियन कर दिया।
प्रयागराज,जेएनएन। महिला सफाईकर्मी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उसके कार्यस्थल डफरिन अस्पताल को सील कर दिया गया है। इसके अलावा जिन दो निजी अस्तपालों में उसकी सैंपलिंग और डिलीवरी हुई थी। उनको को सील कर दिया गया है। वहीं उसका आपरेशन करने वाले डॉक्टर, अस्पताल संचालक और सैंपल लेने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
डफरिन अस्पताल में सफाईकर्मी ने निजी अस्पताल में कराया था प्रसव
डफरिन अस्पताल में तैनात महिला सफाईकर्मी काल्विन के समीप रहती है। 31 मई तक वह डफरिन अस्पताल में ड्यूटी करती रही। एक जून को वह लूकरगंज के शिखर अस्पताल में प्रसव कराने गई तो वहां पर कोरोना की सैंपलिंग कराने के बाद घर चली गई। वह दो जून को नखास कोहना स्थित मयंक हॉस्पिटल में गई। वहां पर डॉक्टर ने यह जानते हुए भी कि उसकी कोरोना की जांच रिपोर्ट नहीं आई, फिर भी सिजेरियन कर दिया। ऑपरेशन के बाद उसे भर्ती नहीं किया और डिस्चार्ज कर दिया। तीन जून को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर दोनों निजी अस्पतालों में हड़कंप मच गया। इन अस्पतालों को सील करा दिया गया। इसके अलावा डफरिन को भी सील कर दिया गया है। सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई ने बताया कि शिखर अस्पताल ने बिना सूचना दिए कोरोना का सैंपल भेजा और मयंक अस्पताल के संचालक व डॉक्टर ने लापरवाही बरती। इसलिए दोनों अस्पताल के डॉक्टर व संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल को सील करा दिया गया है।
अस्पताल संचालक परिवार के लोगों की सैंपलिंग
अस्पताल संचालक परिवार के आठ लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में भेजकर सैंपलिंग कराई जा रही है। इसमें अस्पताल संचालक की पत्नी, दो बेटे, पुत्रवधु, पौत्र व पौत्री है।
अस्पताल संचालक और डफरिन की सफाईकर्मी कोरोना पॉजिटिव
शहर के एक निजी अस्पताल के संचालक और जिला महिला अस्पताल (डफरिन) में काम करने वाली सफाईकर्मी में भी कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। दोनों को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला सफाईकर्मी का इसी निजी अस्पताल में प्रसव कराया गया था।
इसी अस्पताल में हुआ था सफाईकर्मी का प्रसव
नखास कोहना मोहल्ले में एक निजी अस्पताल के संचालक में कोरोना के लक्षण दिखने पर मंगलवार को उन्हेंं एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया था। बुधवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। बताया जा रहा है कि वह लगातार अस्पताल में थे, शायद वहीं से किसी के जरिए यह संक्रमण मिल गया। इतना ही नहीं यह उसी अस्पताल के संचालक हैं जिसमें सफाईकर्मी का प्रसव कराया गया है। नोडल अधिकारी डॉ. ऋषि सहाय ने बताया कि सफाईकर्मी को घर से लाकर एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके नवजात की भी सैंपलिंग कराई जाएगी। जनपद में अब तक 105 पॉजिटिव केस पाए जा चुके हैं।