महामारी में बेरोजगार हुआ तो करने लगा नकली नोटों की सप्लाई, एसटीएफ प्रयागराज ने किया युवक को गिरफ्तार
एसटीएफ को खबर मिली कि कीडंगज इलाके में एक युवक नकली नोट लेकर टहल रहा है। वह नोटों को दुकानों पर चलाने की कोशिश कर रहा है। यह जानकारी होने पर स्पेशल टास्क फोर्स की प्रयागराज यूनिट ने मंगलवार सुबह रूपेश कुमार को कीडगंज इलाके से दबोच लिया।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना काल ने बहुत कुछ बदलकर रख दिया है। काम ठप हो गया। नौकरी छूट गई। अब काम की तलाश में भटक रहे लोग गलत राह पर बढ़ रहे हैं। ताजा मामला जानिए जिसमें कोरोना कर्फ्यू के दौरान बेरोजगार हुए एक युवक ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया। वह पश्चिम बंगाल से नकली भारतीय नोट लाकर प्रयागराज में चलाने की कोशिश कर रहा था। मगर इस प्रयास में वह एसटीएफ के हत्थे चढ़कर हवालात पहुंच गया। अब उससे पूछताछ की जा रही है कि आखिर उसे नकली नोट किसने दिए, उसके साथ और कौन शामिल है।
काम हुआ बंद तो फंसा नकली नोटों के नेटवर्क में
दरअसल, एसटीएफ को खबर मिली कि कीडंगज इलाके में एक युवक नकली नोट लेकर टहल रहा है। वह नोटों को दुकानों पर चलाने की कोशिश कर रहा है। यह जानकारी होने पर स्पेशल टास्क फोर्स की प्रयागराज यूनिट ने मंगलवार सुबह रूपेश कुमार को कीडगंज इलाके से दबोच लिया। उसके पास पांच-पांच सौ रुपये के 200 नकली नोट बरामद हुए। कीडगंज थाने ले जाकर पूछताछ करने पर पता चला कि रूपेश कुमार फूलपुर इलाके का रहने वाला है। उसकी उम्र महज 22 साल है। पहले वह डेली वेजेज पर काम करता था लेकिन कोरोना महामारी फैलने की वजह से काम बंद हो गया तो वह गलत संगत में पड़कर नकली नोट सप्लाई करने वाले नेटवर्क के जाल में फंस गया। वह खुद भी नकली नोट खपाने की जुगत में लग गया। सीओ एसटीएफ नवेन्दु कुमार का कहना है कि अभियुक्त से पता लगाया जा रहा है कि उसने मालदा पश्चिम बंगाल से किन लोगों से नकली नोट लिए थे। पकड़े गए रूपेश के खिलाफ कीडगंज थाने में मुकदमा लिखकर छानबीन की जा रही है।