दोपहर तक छाया कोहरा-बादल अभी और परेशान करेगा, ट्रेनें हो रहीं विलंबित Prayagraj News
दिन में जंक्शन पहुंचने वाली ट्रेनों भी विलंबित हो रही है। हवाई सेवा भी कोहरे के कारण प्रभावित है। इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। एक ओर आसमान में बादल है तो वहीं कोहरे का भी साम्राज्य कायम है। यही तो इन दिनों मौसम का हाल है। कोहरे के कारण विलंब से चल रही ट्रेनों के समय में सुधार नहीं हो रहा है। शनिवार की सुबह से लेकर दोपहर तक कोहरा छाया रहा। इसके साथ ही बादलों का भी साम्राज्य है। इससे सूर्य की तेजी भी फीकी हो गई है। यही कारण है कि ठंड का वर्चस्व भी अधिक है। कोहरे के कारण ट्रेनों की चाल भी प्रभावित है। कोहरे के कारण रेलगाडिय़ों की लेटलतीफी थमने का नाम नहीं ले रही है। नई दिल्ली से आने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, रीवा एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, मंडुवाडीह-नई दिल्ली एक्सप्रेस समेत सभी ट्रेनें विलंब से चल रही हैं। ये ट्रेनें बुधवार को भी लेट पहुंचीं। इससे यात्रियों की परेशानी हुई।
ट्रेन विलंब से चल रही हैं, यात्रियों को हो रही परेशानी
कोहरे के कारण बिगड़ी ट्रेनों की चाल में सुधार नहीं हो रहा है। ट्रेनों की इस लेटलतीफी से लोग परेशान हैं। इन दिनों इलाहाबाद जंक्शन पर संगम एक्सप्रेस, नई दिल्ली-मंडुवाडीह एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस, प्रयागराज एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, रीवा एक्सप्रेस, नौचंदी एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस देरी से प्रयागराज पहुंच रही हैं। दिन में जंक्शन पहुंचने वाली ट्रेनों की भी कमोबेश यही स्थिति है। एरोप्लेन की यात्रा भी कोहरे के कारण प्रभावित हो रही है। इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
बारिश से सरसों, मटर व आलू को नुकसान, गेहूं को फायदा
शुक्रवार की रात तक रुक-रुककर हुई बेमौसम की बरसात से फसलें प्रभावित हुई हैं। बारिश गेहूं और गन्ना की फसलों के लिए तो फायदेमंद है, लेकिन सरसों, मटर और आलू के लिए नुकसानदायक है। फूलवाली फसलों के लिए बारिश आफत के समान है। जिला कृषि अधिकारी डॉ. अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि गेंहू और गन्ने की फसलों के लिए बारिश फायदेमंद है। जबकि सरसों की फसल में सफेद अंगमारी, आलू की फसल में पछेती अंगमारी और मटर की फसल में डाउनी मिल्ड्यू रोगों का खतरा है।
डीआरएम ने लोको पायलटों को पढ़ाया संरक्षा का पाठ
कोहरे और माघ मेले की भीड़ को देखते हुए लॉबी में संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि डीआरएम अमिताभ ने 60 रनिंग कर्मियों को संरक्षा का पाठ पढ़ाया। डीआरएम ने लोको पायलटों को संरक्षित संचालन एवं स्पैड/दुर्घटना से बचाव के लिए सिग्नल को अंतिम क्षण तक देखने, गाड़ी की गति को सिग्नल एवं मौसम के अनुसार नियंत्रित करने, प्लेटफार्म पर विशेष सजग रहते हुए हार्न का प्रयोग अधिकाधिक करने की सलाह दी। वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर राहुल त्रिपाठी ने लोको पायलटों को शार्टकट तरीके न अपनाने, ओवरशूटिंग व ओवर स्पीडिंग की घटना की पुनरावृत्ति न होने के लिए जागरूक किया।