बस में नहीं बल्कि रेस्ट रूम में सोएं चालक और कंडक्टर, व्यवस्था दुरुस्त Prayagraj News
रोडवेज की बसों से चालकों को सोने से रोकने के लिए स्टेशन परिसर में चौकीदार तैनात किए गए हैं। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक ने किया निरीक्षण रेस्ट रूम भी आनन-फानन में ठीक कराए गए।
प्रयागराज, जेएनएन। दूरदराज के जिलों से रोडवेज की बसें लेकर आने वाले चालक और कंडक्टर को अब सिविल लाइंस बस स्टेशन पर बने रेस्ट रूम में ही आराम करना होगा। बसों में ही ड्राइवरों की अधकचरी नींद और रास्ते में वही झपकी का कारण बनने की खबर दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद रोडवेज महकमा हरकत में आ गया। अधिकारियों ने खुद जाकर व्यवस्था देखी। आनन-फानन रेस्ट रूम भी व्यवस्थित करा दिया गया। साथ ही चौकीदार तैनात कर दिए गए ताकि वे ड्राइवरों को बस या अन्य स्थानों पर सोने से मना कर सकें।
चालक अपनी बसों में ही सीटों को बिछौना बनाकर सो जाते हैं
रोडवेज के सिविल लाइंस बस अड्डे पर रेस्ट रूम अव्यवस्थित है। राजापुर स्थित कार्यशाला में भी रेस्ट रूम है लेकिन गर्मी में वहां नींद पूरी नहीं होती। ऐसे में बस चालक अपनी बसों में ही सीटों को बिछौना बनाकर सो जाते हैं। इस स्थिति को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया। खबर छपते ही रोडवेज महकमा सक्रिय हो गया। क्षेत्रीय प्रबंधक ने हालांकि रेस्ट रूम की व्यवस्था पहले से करवा रखी थी इसलिए वे संतुलित रहते हुए बस अड्डे पर जा पहुंचे। अन्य लोग भी साथ में रहे। वहां झांसी डिपो की खड़ी एक बस के कंडक्टर से बात की। पता चला कि चालक कहीं सोने के लिए गया है। अधिकारियों ने उससे कहा कि चालक को रेस्ट रूम में सोने के लिए भेजे। इस बीच रेस्ट रूम में गद्दे व कूलर की व्यवस्था भी करा दी गई। गद्दे भी नए बिछा दिए गए।
बोले रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक
क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन ने बताया कि उन्होंने निरीक्षण किया है। बस स्टेशन परिसर में चौकीदार लगा दिए गए हैं ताकि बस चालक रेस्ट रूम के अलावा कहीं और न सो सकें। बताया कि रेस्ट रूम में बस चालक व कंडक्टर के आराम करने का कोई किराया नहीं लगता।