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Dr AK Bansal Murder Case: शूटरों के बीच सुपारी की रकम को लेकर हुआ विवाद तो हाईप्राेफाइल हत्‍याकांड के रहस्‍य से उठा पर्दा

Dr AK Bansal Murder Case प्रतापगढ़ की एक दूसरी घटना के संबंध में जब कुछ बदमाशों से पूछताछ हुई तो उनसे बंसल हत्याकांड के बारे में जानकारी मिली और फिर पकड़ में आए शोएब ने घटना में शामिल लोगों के नाम और कहानी बताते हुए अपना जुर्म कुबूल कर लिया।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 06 Apr 2021 09:52 AM (IST)
Dr AK Bansal Murder Case: शूटरों के बीच सुपारी की रकम को लेकर हुआ विवाद तो हाईप्राेफाइल हत्‍याकांड के रहस्‍य से उठा पर्दा
प्रयागराज शहर में हुए हाईप्रोफाइल डॉ एके बंसल हत्‍याकांड का आखिरकार एसटीएफ ने पर्दाफाश कर दिया है।

प्रयागराज, जेएनएन। दुस्साहसिक अंदाज में हुई डॉ. एके बंसल हत्याकांड का पर्दाफाश करने के लिए न केवल पुलिस बल्कि एसटीएफ की टीम भी लगी थी। वारदात के बाद सैकड़ों संदिग्धों से पूछताछ, दर्जनों शूटर व बदमाशों की धरपकड़, हजारों मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस करने से लेकर डॉ. बंसल से जुड़े हर विवाद की पड़ताल होती रही। कीडगंज थाने के नौ विवेचक, कई सीओ, एसपी व एसएसपी का कार्यकाल बीत गया, मगर राजफाश नहीं हो सका था। डॉ. एके बंसल की पत्नी वंदना बंसल सीबीआइ जांच की मांग कर चुकी थीं, लेकिन इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही थी।

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70 लाख रुपये में दी गई थी सुपारी

अब जब एसटीएफ ने वारदात का राजफाश कर दिया है तो तमाम लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर इतने दिन बाद केस कैसे वर्कआउट हुआ। प्रयागराज एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार का दावा है कि घटना में शामिल लोगों के बीच कड़ी से कड़ी जोडऩे और साक्ष्य जुटाने में वक्त लगा है। नोएडा निवासी आलोक सिन्हा ने 70 लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी थी। इसमें कत्ल से पहले 15 लाख रुपये दिए गए थे। 12 जनवरी 2017 को हत्याकांड के करीब डेढ़ माह बाद सुपारी की कुछ रकम दी गई। मगर पैसे को लेकर मकसूद और यासिर के बीच विवाद हो गया। तब अबरार मुल्ला के कहने पर मार्च 2017 में शोएब व मकसूद ने यासिर को मौत के घाट उतार दिया। उस हत्याकांड की जांच शुरू हुई तो शोएब का नाम सामने नहीं आया, लेकिन जब मकसूद जेल गया तो उसने कुछ जानकारी दी। तब शोएब के मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट खंगाली गई तो सुराग भी मिल गया। मगर तब तक शोएब दूसरे मुकदमे में जेल चला गया था। प्रतापगढ़ की एक दूसरी घटना के संबंध में जब कुछ बदमाशों से पूछताछ हुई तो उनसे बंसल हत्याकांड के बारे में जानकारी मिली और फिर पकड़ में आए शोएब ने घटना में शामिल लोगों के नाम और कहानी बताते हुए अपना जुर्म कुबूल कर लिया।

हत्याकांड में ये बनाए गए हैं आरोपित

01- आलोक सिन्हा, निवासी नोएडा (वांटेड)

02- दिलीप मिश्रा, निवासी लवायनकला औद्योगिक क्षेत्र, (फतेहगढ़ जेल में)

03- अशरफ उर्फ अख्तर कटरा, निवासी कटरा कर्नलगंज, (सोनभद्र जेल में)

04- अबरार मुल्ला, निवासी आजाद नगर कोतवाली, प्रतापगढ़, (वांटेड)

05- मो. शोएब, निवासी आजाद नगर कोतवाली, प्रतापगढ़, (गिरफ्तार)

06- मकसूद उर्फ जैद, निवासी धरौरा, लालगंज, प्रतापगढ़, (वांटेड)

07- मो. यासिर, निवासी आजाद नगर कोतवाली प्रतापगढ़, (मौत हो चुकी)।


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