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आप भी इसे लेकर भ्रमित न हों, क्योंकि पथरी यानी स्टोन कभी गलता नहीं Prayagraj News

उन्होंने कहा कि बार-बार पेशाब लगने की समस्या जरूरी नहीं कि प्रोस्टेट की ही समस्या हो। यदि प्रोस्टेट नार्मल है तो पेशाब के रास्ते में सिकुडऩ से भी यह समस्या हो जाती है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2020 05:45 PM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2020 05:45 PM (IST)
आप भी इसे लेकर भ्रमित न हों, क्योंकि पथरी यानी स्टोन कभी गलता नहीं Prayagraj News
आप भी इसे लेकर भ्रमित न हों, क्योंकि पथरी यानी स्टोन कभी गलता नहीं Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। अधिकांश लोग इस वहम में रहते हैं, यह समझते हैं कि शरीर में छोटी पथरी है तो वह दवा से गल जाएगी। ऐसा नहीं है, इसे लेकर भ्रमित न हों क्योंकि मेडिकल साइंस इस बात की पुष्टि नहीं करता है। या तो वह पथरी दवा से बाहर निकलेगी या फिर ऑपरेशन से। यह कहते हैं मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर व एसआरएन अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट (मूत्र रोग विशेषज्ञ) डॉ. शिरीष मिश्रा ने दी।

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बच्‍चा बड़ा है और बिस्‍तर पर पेशाब करता है तो जांच जरूर कराएं

डॉ. शिरीष मिश्रा दैनिक जागरण के 'हेलो डॉक्टर' कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यदि चार-पांच साल तक बच्चा बिस्तर पर पेशाब कर रहा है, तो यह सामान्य प्रक्रिया है। अगर उम्र 10 साल या ऊपर है तो इसकी जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि बार-बार पेशाब लगने की समस्या जरूरी नहीं कि प्रोस्टेट की ही समस्या हो। यदि प्रोस्टेट नार्मल है तो पेशाब के रास्ते में सिकुडऩ से भी यह समस्या हो जाती है। डॉक्टर से चेकअप जरूर कराएं।

खानपान में सावधानी व जीवनशैली में बदलाव करें

डॉ. शिरीष ने कहा कि गुर्दे में पथरी एक ऐसी समस्या है, जो बार-बार हो सकती है। खानपान में थोड़ी सावधानी बरतें और जीवनशैली में बदलाव करें। बोले कि कम उम्र में प्रोस्टेट बढऩे का खतरा नहीं होता है। अगर समस्या है तो एक बार टेस्ट अवश्य करा लें। उन्होंने कहा कि यदि दो से तीन घंटे के अंतराल पर पेशाब करने के लिए जाना होता है तो कोई बात नहीं लेकिन कई बार पेशाब होना मतलब कुछ इंफेक्शन हो रहा है। इसकी जांच जरूर करा लें।

अंडकोष में शिष्ट को लेकर परेशान न हों

अगर अंडकोष में शिष्ट बन गया है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। कभी-कभी ऐसी शिष्ट होती है जो धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। जहां शिष्ट है उस एरिया का अल्ट्रासाउंड कराके देखना होगा। उन्होंने कहा कि यदि सोकर उठने के बाद लगातार पीली पेशाब होती है तो कोई समस्या नहीं, यह सामान्य अवस्था है। ओवर एक्टिव ब्लैडर है तो लंबा इलाज चलता है। इसमें कुछ एक्सरसाइज करना होता है। चिकित्सक को दिखा लें। डॉक्टर साहब ने कहा कि यदि गुर्दे में एक बार पथरी बन गई तो वह दुबारा भी हो सकती है। इसका कोई उपाय नहीं है, जिससे बार-बार पथरी न हो। गर्मी के मौसम में कम से तीन से चार लीटर पानी पीते रहें।

10 एमएम की पथरी है तो ऑपरेशन जरूरी

डॉ. शिरीष मिश्र कहते हैं कि यदि गुर्दे में पांच एमएम से कम पथरी है तो वह स्वत: निकल जाती है। पांच से दस एमएम की है, कोई और समस्या नहीं है तो इसका फालोअप किया जाता है और इसके स्वत: निकलने की संभावना होती है। 10 एमएम से ऊपर की पथरी के लिए ऑपरेशन करना होता है।

बुजुर्गों में प्रोस्टेट बढऩे की संभावना अधिक

बुजुर्गों में रात में कई बार पेशाब जाना होता है। अक्सर यह बढ़े हुए प्रोस्टेट की वजह से होता है। आजकल प्रोस्टेट का इलाज दवाओं से भी संभव है, जहां दवा कारगर नहीं है वहां दूरबीन विधि से इसका इलाज किया जाता है। करीब 50 साल से अधिक उम्र के लोगों में यह समस्या अधिकांश होती है।


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