कुंभ बाद भी संगम पर रहेगी दिव्यता और भव्यता
यह व्यवस्था 10 जून तक रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। बड़े हनुमान मंदिर से संगम तक सड़क को दुरुस्त रखा जाएगा। इसके अलावा किला स्थित मूल अक्षयवट को हमेशा खोलने की कवायद शुरू हो गई है।
प्रयागराज : कुंभ के बाद भी संगम का सौंदर्य देखने को मिलेगा। शासन स्तर से इसके लिए निर्देश जारी हो चुके हैं। चार मार्च को महाशिवरात्रि के बाद कुंभ का समापन होगा लेकिन पर्यटन की दृष्टि से संगम को हमेशा ही संवारने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से प्लानिंग की जा रही है।
संगम पर रोज ही श्रद्धालुओं का आना लगा रहता है। खासतौर पर दक्षिण भारतीय राज्यों, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से काफी संख्या में स्नानार्थी यहां पहुंचते हैं। अब संगम पर पर्यटन की दृष्टि से सुविधाएं बाढ़ के पहले तक बनाए रखने के लिए निर्णय लिया गया है। शासन के निर्देश पर प्रयागराज मेला प्राधिकरण इस ओर कदम बढ़ाने जा रहा है। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि संगम के सरकुलेटिंग एरिया में पांच हजार एलईडी लगी रहेगी। स्नान घाटों पर स्वच्छता के लिए प्राधिकरण सफाई कर्मियों को तैनात करेगा। लगभग दो हजार शौचालय व यूरिनल की भी व्यवस्था रहेगी।
आवागमन के लिए चकर्ड प्लेटें भी बिछी रहेंगी। लगभग आठ किमी चकर्ड प्लेट की सड़क को दुरुस्त रखा जाएगा। सुरक्षा के लिए पुलिस और जल पुलिस भी तैनात रहेगी। यह व्यवस्था 10 जून तक रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। परेड क्षेत्र में भी दुकानें आदि व्यवस्थित रखने की तैयारी है। बड़े हनुमान मंदिर से संगम तक सड़क को दुरुस्त रखा जाएगा। इसके अलावा किला स्थित मूल अक्षयवट को हमेशा खोलने की कवायद शुरू हो गई है।
प्राधिकरण में तैनात होंगे अफसर :
कुंभ के बाद प्रयागराज मेला प्राधिकरण में कई अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। ये अफसर ही संगम पर व्यवस्था कराएंगे। शासन स्तर से इसके लिए बजट भी जारी होगा। ये अधिकारी ही अगले साल के माघमेले की भी तैयारी करेंगे।