अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तिथि पर विहिप की मंत्रणा हो रही, माघ मेला में जुटे विशिष्टजन Prayagraj News
माघ मेला में विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की होने वाली बैठक के लिए देश भर से प्रमुख संत व पदाधिकारी पहुंचे हैं। बैठक में अयोध्या राम मंदिर निर्माण के स्वरूप पर विमर्श होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला के परेड मैदान स्थित विश्व हिंदू परिषद के शिविर में सोमवार की सुबह केंद्रीय मार्गदर्शन मंडल की महत्वपूर्ण बैठक शुरू हुई। इसमें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तिथि पर मंथन हो रहा है। विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने राम नवमी से मंदिर निर्माण के श्रीगणेश का प्रस्ताव रखा। इस पर देश भर से संतों ने मंत्रणा शुरू की। शाम तक इस पर निर्णय ले लिया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती कर रहे हैं।
बैठक में शामिल होने देश भर से जुटे पदाधिकारी व संत
श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शन मंडल की बैठक शुरू हुई। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के स्वरूप पर विश्व हिंदू परिषद सोमवार को अपने केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में मंत्रणा कर रही है। इस महत्वपूर्ण बैठक में शिरकत करने के लिए विहिप के केंद्रीय पदाधिकारियों समेत देशभर के लगभग ढाई सौ प्रमुख संत रविवार रात तक माघ मेला पहुंच चुके थे। लगभग तीन सौ पदाधिकारियों व प्रमुख संतों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें कुछ पदाधिकारियों के सोमवार को यहां पहुंचने की उम्मीद है।
केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में संत मंदिर निर्माण की संभावित तिथि पर सुझाव देंगे
केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक को लेकर विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र ने बताया कि इसमें मंदिर निर्माण के स्वरूप पर चर्चा होगी। यह बैठक दो सत्रों में होगी। पहला सत्र शुरू होने वाला है जो दोपहर एक बजे तक चलेगा। वहीं दूसरा सत्र अपराह्न तीन से शाम छह बजे तक होगा। सुप्रीम फैसले के बाद केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की यह पहली बैठक है, जिसमें शामिल संत मंदिर निर्माण की संभावित तिथि पर सुझाव देंगे। इस प्रस्तावित तिथि से सरकार को अवगत कराया जाएगा।
परिषद ने श्रीराम जन्म भूमि मंदिर में लगा ताला खुलवाया : विहिप उपाध्यक्ष जीवेश्वर
विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र ने बताया कि परिषद ने सात अक्टूबर 1984 को अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि मंदिर में लगा ताला खुलवाया और मुक्ति आंदोलन चलाया था। नौ नवंबर 2019 को राम की कृपा से निर्णय पक्ष में आया। नौ फरवरी तक सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में सरकार को ट्रस्ट बनाना है। देश पर जिस प्रकार से पश्चिम और साम्यवादियों का सांस्कृतिक आक्रमण हुआ, उससे से कहीं न कहीं ङ्क्षहदू जीवन मूल्यों पर कुप्रभाव पड़ा है। इसे रोकना, ङ्क्षहदू जीवन मूल्यों की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए वृहद योजना, ङ्क्षहदू समाज, धर्म व संस्कृति के लिए आवश्यक समसामयिक सुझाव, गो, गंगा संवर्धन एवं संरक्षण के लिए भी संत मार्गदर्शन देंगे।
बड़े संत व केंद्रीय पदाधिकारी पहुंचे
केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल में हिस्सा लेने के लिए विहिप के कई केंद्रीय पदाधिकारी पहुंच चुके हैैं। विहिप के संरक्षक दिनेश कुमार, केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के संयोजक व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय, परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पकंज, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी पिसवे पहुंच चुकी हैैं। विहिप के अध्यक्ष वीएस कोगजे, कार्याध्यक्ष आलोक कुमार, महामंत्री मिलिंद परांडे, संगठन महामंत्री विनायक सोमवार को आएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रण भेजा गया है, मगर रविवार रात तक उनके आने का कार्यक्रम प्रशासन को नहीं मिला था।