बेसहारा मवेशी बने जानलेवा, खेत में किसान को मार डाला, कौशांबी की है घटना
पड़ोसी जनपद कौशांबी में करारी थाना क्षेत्र के गांव पिंडरा के खेत में एक किसान को सांड ने पटक कर जान से मार दिया। किसान अपने खेत में मटर की रखवाली के लिए गया था। जिस वक्त वह खेत में था तभी कई बेसहारा पशु वहां घुस गए।
प्रयागराज, जेएनएन। पड़ोसी जनपद कौशांबी में करारी थाना क्षेत्र के गांव पिंडरा के खेत में एक किसान को सांड ने पटक कर जान से मार दिया। किसान अपने खेत में मटर की रखवाली के लिए गया था। जिस वक्त वह खेत में था तभी कई बेसहारा पशु वहां घुस गए। उन्हीं पशुओं में से एक सांड ने भगाने की किसान करने पर किसान को सींग से उठाकर पटक दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने खेत में पहुंचकर आवारा पशुओं को दौड़ाया। स्वजनों ने ग्रामीणों की मदद से कटरा में निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत में सुधार नहीं होने पर इस अस्पताल से जख्मी किसान को प्रयागराज रिफर किया गया लेेेेेकिन रास्ते में उसकी सांस थम गई। परिवार मेंं मातम छाया है।
पीछेे से कर दिया था खेत में हमला
करारी इलाके के गांव पिंडरा निवासी 60 वर्षीय लल्लन उर्फ मोछा पुत्र जब्बार खेती के सहारे परिवार के साथ जीवन यापन करते थे। बुधवार की सुबह अपने खेत में मटर की फसल देखनेे गए थे। लल्लन खेत में थे तभी बड़ी संख्या में बेसहारा पशु खेत में आकर फसल चरने लगे। लल्लन ने फसल बचाने के लिए इन पशुओं को खेत से हांकनेे का प्रयास किया। वह मवेशियों को हटाने की कोशिश कर रहे थे तभी एक सांड हिंसक हो गया। उसने लल्लन पर हमला कर दिया। सांड ने किसान को पीछे से टक्कर मारकर खेत में ही गिरा दिया। उसके बाद सींग से कई प्रहार कर दिया। दूर से यह देख रहे किसान डंडे और लाठी लेकर उधर शोर मचाते हुए आए तो बेसहारा पशु वहां से भागे। पता चला तो लल्लन को कटरा इलाके के एक निजी अस्पताल मेंं ले जाया गया मगर वहां के डॉक्टर हालत में सुधार लाने में नाकाम रहे। इसके बाद लल्लन को प्रयागराज में दूसरे अस्पताल के लिए रेफर किया गया लेकिन रास्तेे में ही उनकी सांंस थम गई।
बेसहारा पशु बन रहे हैं मुसीबत
कौशांबी जनपद में बेसहारा मवेशी किसानों के साथ ही राहगीरोंं के लिए लगातार मुसीबत बने हुए हैं। सैकड़ोंं की संख्या में मवेशी खेतोंं में घुसकर मवेशी फसल चट कर जाते हैं। भगाने की कोशिश करने पर वे हमलावर हो जाते हैं। सड़कों पर वे दुर्घटनाओं की वजह बन रहे हैंं मगर समस्या दूर नहीं हो पा रही है।