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पुलिस-आबकारी के तमाम अभियान और लाख सख्ती के बावजूद प्रयागराज मंडल में हावी रहते हैं शराब माफिया

शराब माफिया का जाल प्रयागराज के साथ ही प्रतापगढ़ और कौशांबी में भी फैला हुआ है। अभी कुछ माह पहले ही फूलपुर हंडिया में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। नवाबगंज क्षेत्र में भी कई लोग काल के गाल में समा गए थे।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 06:50 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 06:50 AM (IST)
पुलिस-आबकारी के तमाम अभियान और लाख सख्ती के बावजूद प्रयागराज मंडल में हावी रहते हैं शराब माफिया
अवैध काम से जुडे लोग गिरफ्तार भी हो रहे हैं, लेकिन शराब माफिया की कारगुजारी कम नहीं हो रही हैं

प्रयागराज, जेएनएन। जहरीली शराब से मौतों के बाद चलने वाले अभियान और तमाम सख्ती के बाद भी शराब माफिया पुलिस और आबकारी पर हावी दिखते हैं। सच तो यह है कि पुलिस भले ही यह दावा करे कि शराब माफिया पर अंकुश लगा दिया गया है, लेकिन प्रयागराज मंडल के जनपदों में शराब माफिया का सिक्का चलता है। तमाम कवायद के बाद भी अवैध शराब आज भी बन रही और बेची जा रही है। इस अवैध काम से जुडे लोग गिरफ्तार भी हो रहे हैं, लेकिन शराब माफिया की कारगुजारी कम नहीं हो रही हैं। पुलिस टीम अगर इन पर हाथ डालती है तो मौका मिलते ही ये उस पर भी हमला करने से पीछे नहीं हटते हैं।

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प्रतापगढ़ और कौशांबी में भी पुलिस टीम पर हमला

शराब माफिया का जाल प्रयागराज के साथ ही प्रतापगढ़ और कौशांबी में भी फैला हुआ है। अभी कुछ माह पहले ही फूलपुर, हंडिया में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। नवाबगंज क्षेत्र में भी कई लोग काल के गाल में समा गए थे। हालांकि, नवाबगंज में हुई कई लोगों की मौत की पुष्टि जहरीली शराब से न होना बताया गया था। पुलिस ने शराब माफिया के खिलाफ अभियान चलाया तो साफ दिखा कि कौन किस पर हावी है। उतरांव क्षेत्र में स्थानीय पुलिस के साथ ही एसओजी गंगापार की टीम ने शराब माफिया को पकडऩा चाहा तो उसने पुलिसर्किमयों पर कार चढ़ाने की कोशिश की थी। संयोग ही था कि सभी बाल-बाल बच गए। यही नहीं, उसने पुलिस टीम पर फायर भी कर दिया था। जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया था। उसके पास से भारी मात्रा में नकली शराब बरामद हुई थी। नवाबगंज में भी ऐसा ही कुछ हुआ था। सरायममरेज के रहने वाले शराब माफिया ने मंसूराबाद के पास पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी थी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह जख्मी हो गया था। उसके पास से भी नकली शराब बरामद हुई थी। वहीं, प्रतापगढ़ और कौशांबी में भी शराब माफिया कई बार पुलिस टीम पर हमला कर चुके हैं। ये तो महज कुछ घटनाएं हैं जिससे यह पता चलता है कि पुलिस शराब माफिया पर चाहे जितना शिकंजा कसे, लेकिन जब भी उनको मौका मिलता है वह वारदात करने में नहीं हिचकिचाते।

माफिया जज्जे से पुलिस की कई बार हो चुकी भिड़ंत

मेजा के परानीपुर गांव निवासी वीरेंद्र उर्फ जज्जे शुक्ला शराब का बहुत बड़ा माफिया है। पूरे यमुनापार में इसी का गैंग अवैध शराब की सप्लाई करता था। दूसरे राज्यों से अवैध शराब मंगवाकर वह प्रयागराज समेत आसपास के जिलों में इसकी आपूॢत करता था। साथ ही यहां भी वह नकली शराब बनवाता था। पुलिस लंबे समय से उसके खिलाफ कार्रवाई में लगी है। करीब दो वर्ष पहले पुलिस ने कई बार उसे पकडऩे की कोशिश की, लेकिन वह पुलिस से भिड़ जाता था।

घबराए रहते हैं लोग

शराब माफिया खुद तो अवैध असलहा लेकर चलते ही हैं, उनके साथ कई लोग भी अवैध असलहों के साथ मौजूद रहते हैं। लग्जरी वाहनों से चलने वाले ये शराब माफिया से लोग इतना भयभीत रहते हैं कि कोई इनके खिलाफ मुंह खोलने को तैयार नहीं रहता। पुलिस लगातार शराब माफिया के बारे में सूचना देने के लिए लोगों से सहायता भी मांगती है, लेकिन लोगों के भीतर शराब माफिया का खौफ इतना जबरदस्त है कि कोई मुंह खोलने की हिमाकत नहीं करता है।


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