प्रश्न पहर : उपायुक्त उद्योग ने कहा, इकाई लगाने को करें ऑनलाइन आवेदन Prayagraj News
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में उपायुक्त उद्योग शामिल हुए। उन्होंने शहरवासियों के प्रश्नों का जवाब दिया और उनकी जिज्ञासाओं को भी शांत किया।
प्रयागराज, जेएनएन। छोटी-बड़ी इकाई लगाने के लिए कौन सी योजनाएं चल रही हैं, जिसमें लोगों को लोन और सब्सिडी मिल सकती है। इसके लिए क्या करना होगा। मजदूरों के न आने से इकाई का संचालन कैसे शुरू करें। बंद इकाइयों को शुरू करने के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं। मिलों के संचालन के लिए रॉ मैटेरियल कहां से उपलब्ध हों। इसी तरह के ढेरों सवाल को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में लोगों ने किए। कार्यक्रम में उपस्थित उपायुक्त उद्योग अजय कुमार चौरसिया ने लोगों की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि इकाई लगाने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना और ओडीओपी में ऑनलाइन आवेदन करें। इसके लिए लोन मुहैया कराया जाएगा।
सवाल : इकाई शुरू हो गई है लेकिन लॉकडाउन की वजह से वर्कर नहीं आ पा रहे हैं। इससे उत्पादन में दिक्कत हो रही है।
जवाब : इकाई द्वारा जारी पहचान पत्र श्रमिकों के आवागमन के लिए मान्य है। इसलिए श्रमिकों को आने में कोई समस्या नहीं होगी।
सवाल : प्रयागराज में बंद इकाइयां शुरू हो जाएं तो बहुत लोगों को रोजगार मिल जाएगा।
जवाब : इंडस्ट्री दो तरह की हैं। सरकार से संबंधित और निजी इकाई। जो स्वयं इकाई लगा रहे हैं, वह चला रहे हैं। सरकारी इंडस्ट्री में सरकार के स्तर पर ही कोई निर्णय लिया जाना है। लॉकडाउन में जो इकाई बंद हो गई थी, वह शुरू हो गई है। बीपीसीएल की स्थिति सुधर गई है। आइटीआइ में भी सोलर संबंधी काम शुरू हो गया है।
सवाल : मित्र की सीमेंट और ईंट की इकाई है। मजदूर नहीं मिल रहे हैं। पुलिस परेशान कर रही है।
जवाब : जो शासनादेश जारी हुआ है, उसमें इंडस्ट्री शुरू करने की अनुमति दी गई है, सिर्फ एक घोषणा पत्र देना है। स्थानीय स्तर पर मजदूरों की व्यवस्था करके अपनी इकाई प्रारंभ करें।
सवाल : कंप्यूटर की दुकान है। अगर दुकानें खोलने की छूट मिल जाए तो फिजिकल डिस्टेंसिंग संबंधी पूरी व्यवस्था की जाएगी।
जवाब : सभी प्रकार की मैन्यूफैक्चरिंग इकाइयों को खोलने की स्वीकृति शासन ने दी है। भीड़-भाड़ एरिया में दुकानों को खोलने की स्वीकृति नहीं है।
सवाल : 40 साल की बेटी है लॉकडाउन में बेरोजगार हो गई है। कैसे रोजगार मिल सकता है।
जवाब : प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, ओडीओपी योजना चल रही है। इकाई स्थापना के लिए ऑनलाइन आवेदन कराने पर ऋण मुहैया कराया जाएगा।
सवाल : प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत तेलघानी लगाना हो तो क्या करना पड़ेगा।
जवाब : प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना और ओडीओपी में ऑनलाइन आवेदन करें। इसके लिए ऋण मुहैया कराया जाएगा।
सवाल : आटा, मैदा, सूजी और चोकर की मिल है। इसके लिए गेहूं खरीदते हैं लेकिन लॉकडाउन की वजह से पर्याप्त गेहूं नहीं मिल पा रहा है। इससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
जवाब : गेहूं सीधे बाजार अथवा किसानों से ले सकते हैं। एफसीआइ में रजिस्ट्रेशन कराकर ई-ऑक्शन के माध्यम से गेहूं ले सकते हैं।
सवाल : उद्योग लगाने के लिए जिन योजनाओं में आवेदन मांगे गए हैं। उसमें लोन कब तक मिल जाएगा।
जवाब : लोन की जो भी योजनाएं हैं, उसके लिए ऑनलाइन आवेदन करें। पत्रावली संबंधित बैंक शाखा में भेजी जाएगी। वहां औपचारिकताएं पूरी करके नियमानुसार ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
सवाल : यहां रोजगार करना चाहते हैं, उसके लिए क्या किया जा सकता है।
जवाब : लोन के लिए जिला उद्योग केंद्र से आवेदन मांगे गए हैं। विस्तृत जानकारी अथवा समस्या के निराकरण के लिए केंद्र पर संपर्क कर सकते हैं।
सवाल : मजदूरों की सूची जारी कर दी जाए, जिससे जिसे जरूरत हो उनसे संपर्क करके काम करा सके।
जवाब : निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की सूची श्रम विभाग में उपलब्ध है। वहां से सूची प्राप्त कर लें।
सवाल : डेयरी से संबंधित उद्योग लगाना चाहते हैं। इसके लिए लोन कितना मिल जाएगा।
जवाब : छोटी से लेकर बड़ी इकाई स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए ओडीओपी के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इन्होंने पूछे सवाल
मिथिलेश श्रीवास्तव (तुलारामबाग), दिनेश गुप्ता एडवोकेट हाईकोर्ट, नरेश चंद्र निषाद (झूंसी), सुमित अग्रवाल (तेलियरगंज), उमेश चंद्र मिश्र (अशोक नगर), विनय यादव (हनुमानगंज), सुरेश कुमार (नैनी), अखिलेश केसरवानी (फूलपुर), रमेश चौरसिया (नैनी), विष्णु श्रीवास्तव (मऊआइमा)
प्रश्न पहर में आज प्रोजेक्ट निदेशक से पूछिए सवाल
सरकार एमएसएमई में सबसे ज्यादा रोजगार मुहैया कराने का मन बनाए हुए है। इसलिए इसमें किस तरह के रोजगार किए जा सकते हैं। इसके लिए कौन सी योजनाएं चल रही हैं। किस योजना में कितना लोन और कितनी सब्सिडी मिलेगी। कहां आवेदन करना पड़ेगा। ऐसे ही सवालों का जवाब देने के लिए बुधवार को जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में दोपहर एक से दो बजे तक एमएसएमई की प्रोजेक्ट निदेशक और कंसल्टेंट विभा मिश्रा मौजूद रहेंगी। लोग मोबाइल नंबर 9839752155 पर कॉल करके उनसे सवाल पूछ सकते हैं।