डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, पार्टी को मजबूत करें मंडल अध्यक्ष Prayagraj News
अपने प्रयागराज दौरा के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं संग बैठक की। पार्टी की मजबूती के लिए उन्होंने मंडल अध्यक्षों को टिप्स दिया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सर्किट हाउस में भाजपा के नवनिर्वाचित मंडल अध्यक्षों के स्वागत समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे पार्टी की मजबूती के लिए जुट जाएं। अपनी कमेटी में कर्मठ कार्यकर्ताओं को शामिल करें।
केशव ने जन समस्याएं सुनीं, अधिकारियों को दिया निर्देश
डिप्टी सीएम ने सर्किट हाउस में भाजपा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने जनता की समस्याएं भी सुनीं और उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके बाद फूलपुर की सांसद केसरी देवी पटेल, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, विधायक विक्रमाजीत मौर्य, भाजपा महानगर अध्यक्ष अवधेश गुप्ता समेत कई पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने 20 नवंबर को होने वाले जिलाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भी पदाधिकारियों से वार्ता की।
डिप्टी सीएम ने तीर्थ पुरोहितों और सागरपेशा से भी की मुलाकात
संगम के पास ठीहा हटाए जाने के विरोध में तीर्थ पुरोहितों ने डिप्टी सीएम से मुलाकात की। साथ ही मांग किया कि उनके तख्त और टिन आदि स्थापित किए जाएं। इसमें प्रदीप पांडेय और दीपू मिश्रा शामिल रहे। उधर, सिविल लाइंस के क्लाइव रोड पर रहने वाले सागरपेशा लोगों ने भी डिप्टी सीएम से मिलकर उन्हें न उजाडऩे की गुहार लगाई।
झूंसी स्थित गोधाम में केशव ने गोमाता का किया पूजन
डिप्टी सीएम केशव झूंसी स्थित गोधाम में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गोमाता का पूजन किया और गुड़ खिलाया। उन्होंने कहा कि अशोकजी ने अपना समग्र जीवन गोरक्षा आंदोलन और श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए समर्पित कर दिया। राम मंदिर प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उनका सपना साकार हुआ। इस गोशाला को बनाने में सबसे अधिक योगदान उन्हीं का था। गोमाता के शरीर में सभी देवता समाहित हैं। इसलिए सभी को गोमाता की पूजा करनी चाहिए। कितनी भी बड़ी समस्या हो आप सच्चे मन से गोमाता को गुड़ खिलाएं तो निश्चित रूप से परेशानी दूर हो जाएगी। उन्होंने गोशाला में तैयार जैविक खाद का उद्घाटन किया।
गोधाम में स्कूली बच्चों ने जाना गोसेवा
गोधाम में एमपी बिरला स्कूल के विद्यार्थियों ने गोसेवा देखी। इसका उद्देश्य यह था कि बच्चे गोसेवा के लिए प्रेरित हों। दरअसल, वर्ष 2007 में दिल्ली में विहिप के एक पदाधिकारी के आवास पर अशोक सिंहल पहुंचे थे। वहां पदाधिकारी के सात साल के नाती ने बोल दिया था कि दूध किसी कंपनी में बनकर आता है। इसके बाद से ही सिंहल स्कूली बच्चों को गाय के बारे में जागरूक करने के लिए गोशाला में ले जाने लगे थे।