Ayodhya Verdict : डिप्टी सीएम की अपील, शीश झुकाकर राम जन्मभूमि पर फैसले को करें स्वीकार Prayagraj News
प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राम जन्मभूमि पर आने वाले फैसले को सभी स्वीकार करें। निर्णय का सम्मान किया जाना चाहिए।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोगों से अपील की है कि राम जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आए, उसे शीश झुकाकर स्वीकार करें। निर्णय अनुकूल हो या प्रतिकूल, उसका सम्मान होना चाहिए। भाजपा के कार्यकाल में कोई ङ्क्षहसा या दंगा नहीं हुआ है, तो निर्णय आने पर भी अमन और शांति का संदेश देते हुए सभी लोग माहौल को सामान्य रखने में सहयोग करें। श्रृंगवेरपुरधाम में राष्ट्रीय रामायण मेला का शुभारंभ करने के बाद डिप्टी सीएम लोगों को संबोधित कर रहे थे।
धर्मस्थलों के निकट निगरानी
शनिवार को धर्मस्थलों के आसपास सुरक्षा बलों की निगरानी है, ताकि वहां ऐसी कोई गतिïिवधि नहीं हो पाए जिससे शांत माहौल में खलल पैदा हो सके। सभी धर्म गुरुओं से अपील की गई है कि वे भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करें। फैसला चाहे उनके पक्ष में हो या नहीं।
सिविल डिफेंस को किया सक्रिय
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस को पूरी तरह चौकस रहने का निर्देश है। वहीं सिविल डिफेंस यानी नागरिक सुरक्षा कोर से जुड़े लोगों को अपने अपने क्षेत्र में सक्रिय रहकर लोगों के बीच शांति बनाए रखने का प्रयास करने को कहा गया है। वह सुबह से सक्रिय हैं। कहीं किसी भी तरह की अप्रिय गतिविधि होने पर सिविल डिफेंस के लोग पुलिस का सहयोग करेंगे। अलग अलग पीस कमेटी के भी सदस्यों से कहा गया है कि वे फैसला आने से पहले ही लोगों से संपर्क बनाकर शांति और सौहार्द के लिए अपील करते रहें।
सर्विलांस पर रखे गई तमाम नंबर
पुलिस ने भावनाएं भड़काने और अवांछित गतिविधि में लिप्त रहने वाले लोगों को चिह्नित किया है। ऐसे लोगों पर खुफिया तंत्र की निगरानी के साथ ही मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगा दिए गए हैं। कुछ लोगों के घर के बाहर भी पुलिस टुकड़ी तैनात रहेगी।
अधिकारियों ने की शांति की अपील
अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा शनिवार को सुनाए जा रहे फैसले से पहले शुक्रवार रात एडीजी जोन, कमिश्नर, डीआइजी, डीएम, एसएसपी ने जनपद के निवासियों से अपील की है कि वे अमन चैन के लिए हर हाल में शांति से रहें। फैसला कुछ भी आए, उसे स्वीकारें। न तो विरोध प्रदर्शन करें और न खुशी जाहिर करने का प्रयास करें ताकि सदभाव बना रहे। वरना पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी।