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डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गोमाता का किया पूजन Prayagraj News

अशोक जी ने अपना समग्र जीवन गोरक्षा आंदोलन और श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए समर्पित कर दिया। राम मंदिर प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उनका सपना साकार हुआ।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 06:29 PM (IST)Updated: Mon, 18 Nov 2019 06:29 PM (IST)
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गोमाता का किया पूजन Prayagraj News
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गोमाता का किया पूजन Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन : विहिप के अध्यक्ष रहे अशोक सिंहल की पुण्यतिथि पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्झूंसी स्थित गोधाम पहुंचे।  उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गोमाता का पूजन किया। गोशाला में गाय को गुड़ खिलाया।

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गोरक्षा आंदोलन और श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित रहा जीवन

कार्यक्रम की शुरुआत में एमपी बिरला इंटर कॉलेज के छात्रों ने मां सरस्वती की वंदना की। गोशाला के सभागार में डिप्टी सीएम ने अशोक सिंहल के चित्र पर पुष्प अॢपत कर उन्हें श्रद्धांजलि अॢपत की। उन्होंने कहा कि अशोक जी ने अपना समग्र जीवन गोरक्षा आंदोलन और श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए समर्पित कर दिया। राम मंदिर प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उनका सपना साकार हुआ। इस गोशाला को बनाने में सबसे अधिक योगदान उन्हीं का था।

सभी को करनी चाहिए गोमाता की पूजा

गोमाता के शरीर में सभी देवता समाहित हैं। इसलिए सभी को गोमाता की पूजा करनी चाहिए। कितनी भी बड़ी समस्या हो आप सच्चे मन से गोमाता को गुड़ खिलाएं तो निश्चित रूप से परेशानी दूर हो जाएगी। उन्होंने गोशाला में तैयार जैविक खाद का उद्घाटन किया। इस मौके पर गोशाला के अध्यक्ष एसके जैन, विहिप काशी प्रांत के महामंत्री लालमणि तिवारी, विधायक प्रवीण सिंह पटेल, रवि अग्रवाल, अशोक देवड़ा, एम. उन्नीकृष्णन मौजूद रहे।

गोधाम में स्कूली बच्चों ने जाना गोसेवा

गोधाम में एमपी बिरला स्कूल के विद्यार्थियों ने गोसेवा देखी। इसका उद्देश्य यह था कि बच्चे गोसेवा के लिए प्रेरित हों। दरअसल, वर्ष 2007 में दिल्ली में विहिप के एक पदाधिकारी के आवास पर अशोक सिंहल पहुंचे थे। वहां पदाधिकारी के सात साल के नाती ने बोल दिया था कि दूध किसी कंपनी में बनकर आता है। इसके बाद से ही सिंहल स्कूली बच्चों को गाय के बारे में जागरूक करने के लिए गोशाला में ले जाने लगे थे।


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