प्रधानी के नतीजे आने के बाद गांवों में तनातनी, प्रयागराज में खून-खराबा रोकने के लिए पुलिस बल की तैनाती
प्रतापगढ़ में गोली मारने और कत्ल की दो घटनाओं के बाद एडीजी और आइजी ने अपने अधिकार क्षेत्र के सभी जनपदों के पुलिस प्रमुखों को आगाह किया है कि शांति व्यवस्था के लिए पुलिस बल को गांवों में तैनात किया जाए। एलआइयू को भी सक्रिय कर दिया गया है
प्रयागराज, जेएनएन। प्रधानी का चुनाव कितना विवादित और झगड़े वाला होता है, यह गांव में रहने वाले बेहतर जानते हैं। जीत और हार पचा पाना सबके लिए आसान नहीं होता। रिएक्शन जरूर होता है। अबकी भी यही हो रहा है। पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद कई जगह तनातनी की स्थिति बनी है। मारपीट हो रही है। हमले हो रहे हैं। प्रतापगढ़ में पराजित उ्म्मीदवार ने विजेता प्रधान के समर्थक को गोली मार दी। ऐसे और खून-खराबा नहीं होने पाएं इसलिए प्रयागराज समेत जोन के सभी जिलों में ग्रामीण इलाकों में पुलिस बल को मुस्तैद किया गया है। हर घटना पर पुलिस एक्शन ले रही है।
शांति व्यवस्था के लिए खुफिया तंत्र को भी किया गया सक्रिय
प्रतापगढ़ में गोली मारने और कत्ल की दो घटनाओं के बाद एडीजी और आइजी ने अपने अधिकार क्षेत्र के सभी जनपदों के पुलिस प्रमुखों को आगाह किया है कि शांति व्यवस्था के लिए पुलिस बल को गांवों में तैनात किया जाए। साथ ही एलआइयू और चौकीदारों को भी सूचना देने के लिए सक्रिया जाए ताकि कोई अप्रिय स्थिति बनती है तो फौरन पुलिस एक्शन ले सके। पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद प्रयागराज में गंगापार के नवाबगंज, मऊआइमा, हंडिया, बहरिया, फूलपुर और यमुनापार के करछना, कौंधियारा, मेजा, बारा, घूरपुर के कई गांवों में गहमागहमी का माहौल है। जहां कांटे के मुकाबले में हारजीत हुई है, वहां स्थिति तनातनी की है। इसे देखते हुए ऐसे गांवों में अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। थाना और चौकी प्रभारियों को लगातार गश्त के निर्देश दिए गए हैं। क्षेत्राधिकारियों को भी अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने को कहा गया है। वहीं एलआइयू को भी सक्रिय किया गया है। एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का कहना है कि अभी कहीं भी विवाद की बात सामने नहीं है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई जगहों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। शांति व्यवस्था में खलल डालने वाले पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।