Dengue in Prayagraj: यमुनापार के नारीबारी में डेंगू से वृद्धा की मौत, दो लोग बुखार से हैं पीडि़त
Dengue in Prayagraj नारीबारी निवासी 70 वर्षीय शांति देवी शुक्ला को करीब पंद्रह दिन पूर्व मामूली बुखार आया था। उप स्वास्थ्य केंद्र नारीबारी में जांच की कोई व्यवस्था नहीं होने पर उनका स्वजनों ने शहर के एसआरएन अस्पताल में जांच कराई थी डेंगू की पुष्टि हुई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में डेंगू मच्छर का डंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शहर के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी डेंगू का प्रकोप फैला है। यमुनापार के नारीबारी में डेंगू से शुक्रवार को एक वृद्ध महिला की मौत हो गई। वहीं दो लोग डेंगू की चपेट में हैं। इसके पूर्व भी एक किशोरी की यहां डेंगू बुखार से मौत हो चुकी है। डेंगू के बढ़ते प्रकोप से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है।
15 दिन पूर्व बुखार से पीडि़त थीं शांति देवी
नारीबारी, सुरवल चंदेल, बैरबना आदि गांवों में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इसके बाद भी स्वास्थ विभाग के कान में जू नहीं रेंग रही है। नारीबारी निवासी 70 वर्षीय शांति देवी शुक्ला को करीब पंद्रह दिन पूर्व मामूली बुखार आया था। उप स्वास्थ्य केंद्र नारीबारी में जांच की कोई व्यवस्था नहीं होने पर उनका स्वजनों ने शहर के एसआरएन अस्पताल में जांच कराई थी। परिवार के लोगों की मानें तो जांच में शांति देवी में डेंगू की पुष्टि हुई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि 12 दिन पूर्ण उपचार और वेंटिलेटर पर रखने के बाद भी उन्हें चिकित्सक नहीं बचा सके। शुक्रवार को उनकी मौत हो गई।
दो डेंगू पीडि़तों का अस्पताल में हो रहा इलाज
बता दें कि इसके पूर्व बैरबना निवासी यशपाल की 15 वर्षीय पुत्री प्रियंका यादव की भी पूर्व में डेंगू से मौत हो गई थी। वहीं वहीं सतीश शुक्ल निवासी नारीबारी, मंगलेश यादव निवासी बैरबना भी डेंगू से पीड़ित हैं। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पीएचसी के चिकित्सा अधिकारी बाेले
पीएचसी के चिकित्सा अधिकारी डाक्टर अजीत यादव और एएनएम गीता देवी ने बताया कि हास्पिटल में डेंगू के जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। डेंगू की पुष्टि होने के बाद मरीज के घर ब्लीचिंग पाउडर भिजवा दिया जाता है। समाजसेवी परशुराम शुक्ल, क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि विकाश चंद, पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष महेंद्र कुमार, यशपाल यादव आदि ने डेंगू संक्रमित गांवों में अविलंब डीडीटी और लार्वा रोधी दवा के छिड़काव की मांग की है।