मिट्टी से बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की मांग अधिक
इस बार बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस के अलावा टेरा कोटा और मिट्टी की मूर्ति की मांग रही।
प्रयागराज : इस बार बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस के अलावा टेरा कोटा और मिट्टी की मूर्ति, बच्चों के खिलौने उपलब्ध हैं। लक्ष्मी-गणेश की मिट्टी की मूर्ति 40 से 500 रुपये तक व टेरा कोटा की मूर्ति 50 से 150 रुपये तक, देवताओं की मूर्ति के वस्त्र 35 से 80 रुपये तक, आसन 20 से 60 रुपये तक, माला 10 से 100 रुपये तक और दीया की बाती 5 से 15 रुपये की बिक्री की जा रही है। खिलौने भी हैं, जिनकी कीमत 40 से 400 रुपये तक है। डिजायनर व देसी दीयों से जगमगाएगा घर-आंगन
डिजायनर और देसी दीयों का बाजार भी सज चुका है। इस बार कोरोनाकाल के बाद लोगों का ध्यान देसी उत्पादों की ओर अधिक है। मिट्टी के दीये 40-60 रुपये प्रति सैकड़ा बेचे जा रहे हैं। वहीं, डिजायनर दीये भी उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 10 रुपये प्रति पीस से 40 रुपये तक है। डिजायनर व मिट्टी के दीयों से घर-आंगन जगमगाएगा। सजावटी सामान भी खरीदने का दिखा उत्साह
झालर, रंग-बिरंगे आर्टिफिशियल फूल, रंगोली, झूमर, तोरण, सोफे का सीट कवर, चादर समेत सजावटी सामानों की मांग बढ़ गई है। शहर के चौक स्थित दुकानदार रोशन जैकब का कहना है कि इस बार सजावटी सामानों में नई वस्तुएं ज्यादा पसंद की जा रही है। इनमें कांच के उत्पाद, कैंडिल, इलेक्ट्रिक दीपक जलाने के लिए दीये, तोरण के नए डिजायनर आइटम खरीदने के लिए ग्राहकों में ज्यादा उत्साह देखा गया। लाई-चूड़ा व गट्टा का बाजार भी सजा
बाजारों में स्थायी दुकान के सामने लाई-चूड़ा के दुकानदारों ने ठौर ढूंढ लिया है। चूड़ा 60 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम, लाई 50 से 80 रुपये, धान का लावा 70 से 100 रुपये, गट्टा, व चीनी के खिलौना 100 रुपये प्रति किलोग्राम बिक्री की जा रही है।