अक्षयवट दर्शन को बनेगी सुरक्षा कमेटी, पैरामिलिट्री व पुलिस रहेगी तैनात
अक्षयवट के दर्शन को सुरक्षा कमेटी का गठन किया जाएगा। इसमें एसडीएम व सीओ के साथ ही सेना के अफसर भी शामिल होंगे। सुरक्षा में पैरामिलिट्री की एक कंपनी और पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे।
प्रयागराज : कुंभ मेला खत्म होने के बाद आम दिनों में भी अक्षयवट के दर्शन कराने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से तैयारी शुरू हो गई है। वैसे अभी 31 मार्च तक केंद्र सरकार की ओर से दर्शन कराने की अनुमति है। अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद मेला प्राधिकरण की ओर से 31 मार्च के बाद भी दर्शन कराने के लिए प्रस्ताव प्रदेश शासन को भेजा जाएगा, जहां से केंद्र को भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वर्ष में 11 माह अक्षयवट के दर्शन कराए जा सकेंगे। एक माह मरम्मत कार्य होंगे।
प्राधिकरण कराएगा कार्य
प्राधिकरण ही अक्षयवट से जुड़े मरम्मत कार्य कराएगा, जिसके लिए शासन से बजट स्वीकृत होगा। इसके अलावा प्राधिकरण ही अक्षयवट की सुरक्षा का इंतजाम भी करेगा। दरअसल, मूल अक्षयवट किला में स्थित है और किला में आयुध कारखाना के साथ आयुध भंडार भी है, ऐसे में सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। अभी तक पैरामिलिट्री की दो कंपनी के साथ पुलिस व पीएसी भी तैनात थी। किला के गेट पर जहां से अक्षयवट के लिए प्रवेश होता था वहां पर दो स्कैन मशीन भी लगाई गई थी, जहां श्रद्धालुओं की तलाशी के साथ उनके बैग आदि की जांच होती थी।
विशेष बातें
-32 लाख के करीब अब तक श्रद्धालुओं ने किए पवित्र वट के दर्शन
-11 माह खुला रहेगा अक्षयवट का द्वार, एक माह होगा मरम्मत कार्य
-10 जनवरी को पहली बार खोला गया था अक्षयवट दर्शन के लिए
-31 मार्च तक है आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए सरकार की अनुमति
-07 बजे सुबह से खुल जाता है पट, शाम पांच बजे तक होते हैं दर्शन
-1.36 लाख रिकॉर्ड तादाद में श्रद्धालु अमावस्या के तीसरे दिन पहुंचे थे
31 मार्च के बाद अक्षयवट का दर्शन सुलभ कराने की तैयारी
अब 31 मार्च के बाद अक्षयवट के दर्शन कराने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद और डीआइजी कुंभ केपी सिंह की इस बाबत वार्ता भी हुई है। तय हुआ है कि इसके लिए सुरक्षा कमेटी गठित की जाएगी। इसमें प्रशासन की ओर से एक एसडीएम, पुलिस की ओर से एक डिप्टी एसपी और सेना की ओर से एक अफसर शामिल होंगे। इसके अलावा एक चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टॉफ भी तैनात किया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से एक कंपनी अर्धसैनिक बल, एक कंपनी पीएसी और तीन इंस्पेक्टर, पांच सब इंस्पेक्टर समेत लगभग 150 पुलिसकर्मी भी तैनात किए जाएंगे।