Nag Panchami 2020 : कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अखाड़े रहेंगे सूने, नहीं होगा दंगल, कुश्ती Prayagraj News
Nag Panchami 2020 लोकनाथ व्यायामशाला में सिर्फ परंपरा का निर्वाहन करते हुए अखाड़ा से जुड़े कुछ लोग मंदिर में हनुमान जी का पूजन व अखाड़ा पूजन करेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। नाग पंचमी यानी (गुडिय़ा) पर्व की बात हो और कुश्ती और दंगल की चर्चा न हो, कुछ अधूरा सा लगता है। हर बार नाग पंचमी पर शहर की पहचान रखने वाले अखाड़ों में कुश्ती और दंगल के आयोजन इस बार नहीं होंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अखाड़ों में दंगल नहीं कराने का निर्णय लिया गया है। अखाड़े में मंत्रोच्चार के बीच सिर्फ पूजन किया जाएगा।
लोकनाथ व्यायामशाला में इस बार दंगल रद
लोकनाथ व्यायामशाला से जुड़े नितिन अग्रहरि ने बताया कि इस बार दंगल रद कर दिया गया है। सिर्फ परंपरा का निर्वाहन करते हुए अखाड़ा से जुड़े कुछ लोग मंदिर में हनुमान जी का पूजन व अखाड़ा पूजन करेंगे। वहीं, कल्याणी देवी के ऐतिहासिक अखाड़े में भी सिर्फ अखाड़ा पूजन और हनुमान जी के पूजन तक ही कार्यक्रम होगा। दारागंज के प्राचीन रघुनाथदास व्यायामशाला में भी पूजन तक ही कार्यक्रम समिति रहेगा।
गामा पहलवान ने दिखाया था दम
कल्याणी देवी मंदिर के पास स्थित अखाड़ा का गौरवपूर्ण इतिहास है। यहां 1932 में गामा पहलवान ने भी 40 दिनों तक रुककर जोर आजमाइस की थी। एशिया स्वर्ण पदक विजेता मास्टर चेंदगी राम और उनकी पहलवान बेटी भी कुश्ती लडऩे के लिए अखाड़े में आ चुके है। दंगल के आयोजक श्याम जी पाठक बताते है कि उनके दादा के समय से अखाड़ा में दंगल का आयोजन होता आ रहा है, उनके पिता रामजी पाठक भी पूरा जीवन अखाड़ा में कुश्ती करते रहे। पहली बार ऐसा हो रहा है कि अखाड़ा में नागपंचमी पर कुश्ती का आयोजन नहीं होगा।
टूटेगी प्राचीन परंपरा
दारागंज में नाग पंचमी पर प्राचीन रघुनाथदास व्यायामशाला में सौ साल की परम्परा इस बार टूटेगी। दंगल के संयोजक तीर्थराज पांडेय 'बच्चा भैया' ने बताया कि अखाड़ा में हर साल नाग पंचमी पर दंगल का आयोजन होता आ रहा है। इस बार कोरोना महामारी के कारण यह परंपरा टूट रही है।