नैनी जेल में भी मिलती हैं सुविधाएं, अपराधी कर रहे मोबाइल का इस्तेमाल
नैनी जेल में बंद अपराधी मोबाइल का प्रयोग कर रहे हैं। लचर व्यवस्था का फायदा उठाकर बंदी कुछ सुविधाओं का उपभोग कर रहे हैं।
By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 24 Nov 2018 01:13 PM (IST)Updated: Sat, 24 Nov 2018 01:13 PM (IST)
प्रयागराज : दिल्ली की तिहाड़ जेल की तरह तो नहीं लेकिन कुछ 'सुविधाएं' जरूर ऐसी हैं, जो नैनी जेल के बंदियों को भी मिलती हैं। कुख्यात अपराधी लचर व्यवस्था का फायदा उठाकर मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं, तो वहीं कद्दावर बंदी भी मनमाफिक सुविधा का लाभ लेते हैं।
जेलों में समांतर व्यवस्था चलने की सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद नैनी जेल में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए उनके बैरकों की जांच की जा रही है। सूत्रों का दावा है कि चेकिंग के बावजूद कुछ शातिर अपराधी चोरी-छिपे मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ बंदियों के लिए बाहर से खाना आता है और कुछ मनपसंद वस्तु भी जेल के बाहर से मंगवाते हैं। हालांकि नैनी जेल में ऐसा होना कोई नई बात नहीं है। करीब दो साल पहले पुलिस को जांच में भाजपा के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया के बैरक से म्यूजिक सिस्टम समेत कई वस्तुएं मिली थीं। आपत्तिजनक वस्तु मिलने के बाद ही उदयभान और उनके भाइयों को दूसरे जिले की जेल में भेजा गया था। वहीं, कई बड़ी घटनाओं में नैनी जेल के भीतर प्लानिंग करने व हत्या की सुपारी देने का मामला भी सामने आ चुका है।
जेल में 4जी मोबाइल का अधिक होता है प्रयोग :
स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) और पुलिस सूत्रों का कहना है कि नैनी जेल के भीतर 4जी मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा होता है, क्योंकि इस पर रोक के लिए व्यवस्था नहीं है। इसी का फायदा उठाकर तमाम कैदी व अपराधी अपने करीबियों से बातचीत करते हैं। डीआइजी जेल बीआर वर्मा का कहना है कि यह बात सही है कि जेल में 4जी की कॉल रोकने के लिए व्यवस्था नहीं हो सकी है। कैदियों की जांच की जाती है और प्रतिबंधित वस्तुओं का इस्तेमाल करने पर कार्रवाई भी की जाती है।
जेलों में समांतर व्यवस्था चलने की सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद नैनी जेल में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए उनके बैरकों की जांच की जा रही है। सूत्रों का दावा है कि चेकिंग के बावजूद कुछ शातिर अपराधी चोरी-छिपे मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ बंदियों के लिए बाहर से खाना आता है और कुछ मनपसंद वस्तु भी जेल के बाहर से मंगवाते हैं। हालांकि नैनी जेल में ऐसा होना कोई नई बात नहीं है। करीब दो साल पहले पुलिस को जांच में भाजपा के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया के बैरक से म्यूजिक सिस्टम समेत कई वस्तुएं मिली थीं। आपत्तिजनक वस्तु मिलने के बाद ही उदयभान और उनके भाइयों को दूसरे जिले की जेल में भेजा गया था। वहीं, कई बड़ी घटनाओं में नैनी जेल के भीतर प्लानिंग करने व हत्या की सुपारी देने का मामला भी सामने आ चुका है।
जेल में 4जी मोबाइल का अधिक होता है प्रयोग :
स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) और पुलिस सूत्रों का कहना है कि नैनी जेल के भीतर 4जी मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा होता है, क्योंकि इस पर रोक के लिए व्यवस्था नहीं है। इसी का फायदा उठाकर तमाम कैदी व अपराधी अपने करीबियों से बातचीत करते हैं। डीआइजी जेल बीआर वर्मा का कहना है कि यह बात सही है कि जेल में 4जी की कॉल रोकने के लिए व्यवस्था नहीं हो सकी है। कैदियों की जांच की जाती है और प्रतिबंधित वस्तुओं का इस्तेमाल करने पर कार्रवाई भी की जाती है।
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