जेेल में बंद माफिया अतीक अहमद के करीबियों के खिलाफ मुकदमा, जानिए क्या है मामला
चकिया निवासी अख्तरी बेगम का आरोप है कि उसके परिवार का विवाद अतीक गैंग से चल रहा है। उनका देवर नबी अतीक के करीबी जुल्फिकार अली उर्फ तोता के खिलाफ चल रहे हत्या के मुकदमे में गवाह है। उनके परिवार पर गवाही बदलने का दबाव डाला जा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। कसारी मसारी मोहल्लेे में फायरिंंग करने के मामले में धूमनगंज पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज किए हैं। पहला मुकदमा गोली से घायल पैथोलॉजिस्ट अनूप कुमार त्रिपाठी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ लिखा गया है। दूसरा इकराम की पत्नी अख्तरी ने पूर्व सांसद की करीबी अकरम अली, आजम और साहिल के खिलाफ दर्ज कराया है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है, लेकिन सभी युवक घर छोड़कर भागे हुए हैं।
अतीक अहमद गैंग से है विवाद
चकिया निवासी अख्तरी बेगम का आरोप है कि उसके परिवार का विवाद अतीक अहमद गैंग से चल रहा है। उनका देवर नबी अहमद माफिया अतीक अहमद जुल्फिकार अली उर्फ तोता के खिलाफ चल रहे हत्या के मुकदमे में गवाह है। उनके परिवार पर लगातार गवाही बदलने का दबाव डाला जा रहा है। रविवार दोपहर जब नबी 60 फीट रोड पर पहुंचा, तभी घात लगाए बैठे अकरम, आजम और साहिल ने पिस्टल व रायफल से फायरिंग कर दी। इस दौरान भगदड़ हो गई, जिसके बाद से नबी गायब है। वहीं, अनूप का आरोप है कि वह बाइक से धूमनगंज जा रहा था, तभी रास्ते में फायरिंग हुई और उसे गोली लग गई। हमलावरों को वह नहीं जानता है।
प्रापर्टी के लिए विवाद
हालांकि पुलिस का कहना था कि अकरम और इकराम के बीच प्रापर्टी बेचने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद फायरिंग हुई थी। दोनों साले-बहनोई हैं और हिस्ट्रीशीटर भी हैं। इंस्पेक्टर धूमनगंज अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि मामले में तहरीर के आधार पर दो मुकदमे लिखे गए हैं। वहीं सीओ सिविल लाइंस अजीत चौहान का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई जा रही है। बताते चलें कि रविवार दोपहर फायरिंग के दौरान फातिमा मेमोरियल हॉस्पिटल नुरूल्लाह रोड के पैथोलॉजिस्ट अनूप के पैर में गोली लग गई थी, जिससे वह जख्मी हो गए थे।