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Covid-19 Protocol वायरल बुखार से भी आपको बचाएगा, जानिए क्‍या कहते हैं चिकित्सक

एसआरएन अस्‍पताल की प्रोफेसर डाक्टर नीलम सिंह ने कहा कि इस बुखार का वायरस एक रिसपाइरेट्री वायरस है। यदि कोविड प्रोटोकाल का सही से पालन करें तो इस तरह की बीमारियों को रोकने में सफल हो सकते हैं। इसलिए सावधान रहें और बहुत आवश्यक स्थिति में ही बाहर निकलें।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 11:44 AM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 11:44 AM (IST)
Covid-19 Protocol वायरल बुखार से भी आपको बचाएगा, जानिए क्‍या कहते हैं चिकित्सक
डाक्‍टर कहते हैं कि वायरस बुखार को रोकने में भी कोविड प्रोटोकाल आवश्‍यक है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। मौसम के विपरीत प्रभाव के चलते इन दिनों बुखार तेजी से फैल रहा है। इसे वायरल फीवर इसलिए कहते हैं, क्योंकि यह एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। घर के कई सदस्य बीमार हो जाते हैं। यह वायरस या बैक्टीरिया का संक्रमण है। जो सही समय पर इलाज शुरू हो जाने पर ठीक हो जा रहा है। चिकित्सक कहते हैं कि कोविड प्रोटोकाल के पालन से मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रहा जा सकता है।

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कोविड-19 प्रोटोकाल का करें पालन : डाक्‍टर नीलम

प्रयागराज में स्‍वरूपरानी नेहरू अस्‍पताल (एसआरएन) की प्रोफेसर डाक्टर नीलम सिंह ने बताया कि आजकल वायरल बुखार में के तरह के हो रहे हैं। समय पर जांच और इलाज की प्रक्रिया शुरू हो जाने पर यह बुखार बहुत कम समय में ठीक भी हो जा रहा है। इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। बताया कि सामान्यतः वायरस दो प्रकार के होते हैं। एक कोल्ड वायरस और दूसरा हाट वायरस। कहा कि इस बुखार का वायरस एक रिसपाइरेट्री वायरस है। यदि कोविड प्रोटोकाल का सही से पालन करें तो इस तरह की बीमारियों को रोकने में सफल हो सकते हैं। इसलिए सावधान रहें और बहुत आवश्यक स्थिति में ही बाहर निकलें।

बुखार, कमजोरी आदि समस्‍या आए तो घबराएं मत : सीएमओ

मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डाक्‍टर नानक सरन ने बताया बुखार, कमजोरी जैसी शरीर में कोई भी समस्या आने पर एकदम नहीं घबराएं। जिले के किसी भी पीएचसी या सीएचसी से परामर्श लेकर निश्‍शुल्क जांच और इलाज कराएं। जिले में वर्तमान में 64 पीएचसी, 23 सीएचसी और जिला स्तर पर बड़े चिकित्सालय में जांच, इलाज और दवा की सुविधा है। विभाग पूरी तरह अलर्ट है।

बीमारी के लक्षण

बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, कंधे जाम हो जाना, अत्यधिक कमजोरी और शरीर में पानी की कमी होना।

यह दवाएं कई न लें

एस्प्रिन, डिस्प्रिन, आइबू्रप्रोफेन, डिकलोफेनक, एसीक्लोफेने, निमुसिलाइड व काट्रीसोन या स्टीरायड आदि।

क्या करें

- क्वारंटीन रहें ताकि संक्रमण दूसरों तक नहीं फैले

- विभिन्न तरीकों से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाएं

- ओआरएस घोल की सही मात्रा तैयार कर पीयें

- रसदार फल, नारियल पानी, सूप का सेवन करें

- अधिक से अधिक समय आराम करें।


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