Allahabad University : पूर्व कुलपति हांगलू के एक गलत फैसले से पत्राचार संस्थान कर्मियों के फंसे 30 करोड़
इविवि को केंद्रीय दर्जा मिला तो उसमें पत्राचार संस्थान की स्थिति सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट बता दी गई। इससे यह इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का अंग नहीं रहा। वेतन भी नहीं मिल रहा।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के पूर्व कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू के एक गलत फैसले से पत्राचार संस्थान कर्मचारियों के करीब 30 करोड़ रुपये फंसे हैं। अब संस्थान के डॉ. अजय कुमार त्रिपाठी ने कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी को पत्र लिखकर बकाया भुगतान की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने डीएम और एसएसपी को भी पत्र लिखा है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
पत्राचार संस्थान को इविवि कार्य परिषद की बैठक में बंद कर दिया गया
दरअसल, 28 अगस्त 2019 को इविवि कार्य परिषद की बैठक के बाद पत्राचार संस्थान बंद कर दिया गया जो इविवि का अंग था। इविवि को केंद्रीय दर्जा मिला तो उसमें पत्राचार संस्थान की स्थिति सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट बता दी, जिससे यह इविवि का अंग नहीं रहा। कर्मचारियों के आंदोलन के बाद हुई कार्य परिषद की बैठक में हुए निर्णय के आधार पर इविवि का अंग बनाने का प्रस्ताव एचआरडी मंत्रालय को भेजा था।
शैक्षिक सत्र 2016-17 से संस्थान में दाखिले बंद हो गए
राष्ट्रपति ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। लिहाजा शैक्षिक सत्र 2016-17 से संस्थान में दाखिले बंद हो गए पर संस्थान को बंद करने का आदेश अधिकृत तौर पर जारी नहीं हुआ था। अब कर्मचारियों ने पत्र लिखा जिसमें कहा कि पत्राचार पाठ्यक्रम एवं सतत शिक्षा संस्थान कर्मचारियों द्वारा वैश्विक आपदा कोरोना के मद्देनजर इविवि प्रशासन से संस्थान मद में उपलब्ध तीन माह के वेतन भुगतान की मांग की लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया। हालात यह हैं कि कर्मचारी भुखमरी के कगार पर हैं। अब यदि विवि प्रशासन कर्मचारी हित में कोई फैसला नहीं लेता है तो इविवि प्रशासन का घेराव किया जाएगा।
फिर महिला आयोग पहुंचा गर्ल्स हॉस्टल का मसला
परीक्षा के विरोध समेत पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में समाजवादी छात्रसभा का क्रमिक अनशन जारी है। छात्रों ने कहा कि महिला छात्रावास में शुद्ध पेयजल व चिकित्सा की व्यवस्था नहीं है। सैनिटाइजेशन भी नहीं होता है। इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखकर मांग की कि आयोग महिला छात्रावास का शीघ्र निरीक्षण करें।
राज्यपाल को भी अवगत कराया गया
हॉस्टल की परिस्थिति से उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को भी अवगत कराया गया। छात्रनेता अजय यादव सम्राट ने कहा, महिला छात्रावास की स्थिति कंसंट्रेशन कैंप की तरह हो गई है। छात्राएं बुरी तरह से भयभीत और सहमी हुई है। इस मौके पर अरविंद सरोज, मोहम्मद सलमान, शिवबली यादव ,आयुष प्रियदर्शी,अवनीश यादव, रोहित सावन, देवेंद्र पटेल, मोहम्मद मसूद, हरेंद्र यादव, जितेंद्र धनराज, रितेश गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।