Coronavirus : लॉकडाउन में यूपीपीएससी की भर्तियां भी 'लॉक', रुक गया नई भर्तियां निकालने का काम
Coronavirus यूपीपीएससी में पहले व्यवस्था की गड़बड़ी से मंसूबों पर पानी फिरता रहा है। व्यवस्था पटरी पर आयी तो वैश्विक महामारी कोरोना प्रतियोगियों का सपना तोड़ रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) में पहले व्यवस्था की गड़बड़ी से मंसूबों पर पानी फिरता रहा है। व्यवस्था पटरी पर आयी तो वैश्विक महामारी कोरोना सपना तोड़ रही है। यह व्यथा उन लाखों प्रतियोगियों की है जो अफसर बनने का ख्वाब पूरा करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनकी भर्तियां लटक गईं। यूपीपीएससी जुलाई 2020 तक विभिन्न विभागों में हजारों भर्तियां निकालने की जोर-शोर से तैयारी कर रहा था। अप्रैल, मई, जून और जुलाई में अधिकतर भर्तियों का विज्ञापन निकलना था। लॉकडाउन से यह कार्य रुक गया है।
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की 2013 से 2017 तक की परीक्षा, रिजल्ट को लेकर काफी विवाद हुआ था। सीबीआई आयोग की 550 से अधिक परीक्षाओं व रिजल्टों की जांच कर रही है। डॉ. प्रभात कुमार ने आयोग अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद सारी प्रक्रिया पटरी पर लाने का प्रयास शुरू किया। जुलाई 2019 के बाद से पुरानी भर्तियों को पूरा करके रिजल्ट जारी करने के साथ नई भर्ती निकालने के लिए अधियाचन तैयार कराया जाने लगा। मौजूदा समय में विभिन्न विभागों में 7500 से अधिक पदों की भर्ती निकालने का काम अंतिम दौर पर पहुंच चुका है। इसमें 4500 के लगभग सीधी भर्ती के तहत भर्ती की जाएगी।
इन पदों की निकलनी है भर्ती
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग कई महत्वपूर्ण पदों पर भर्ती निकालने की तैयारी कर रहा है। इसमें पीसीएस-जे 2018 के 95, सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा 2017 के 544 व 2018 के 462, अपर निजी सचिव के 186, संभागीय निरीक्षक प्राविधिक के 18, अपर निजी सचिव सचिवालय व लोकसेवा आयोग में 230, सहायक सांख्यिकी अधिकारी के 258, एलोपैथिक चिकित्साधिकारी के 1798, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी के 257, सहायक आचार्य एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज के 700, शोध अधिकारी के 56, सहायक रेडियो अधिकारी के 12, पशु चिकित्साधिकारी के 58, पुस्तकालय अध्यक्ष के 110 सहित कंप्यूटर सहायक, स्टाफ नर्स, कंप्यूटर सहायक, सहायक अध्यापक आदि पदों की भर्तियां निकलने वाली थी।