Coronavirus का आसान किश्त योजना पर लगा ग्रहण, जानें मार्च के बाद कितने लोगों ने किया भुगतान
आसान किश्त योजना पिछले वर्ष शुरू की गई थी। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से प्रयागराज में इस योजना के तहत वसूली प्रभावित हुई। सिर्फ 30 फीसद बिजली उपभोक्ताओं ने भुगतान किया।
प्रयागराज, जेएनएन। आसान किश्त योजना प्रदेश सरकार की योजनाह है। प्रदेश सरकार ने यह योजना को उन बकाएदारों के लिए चलाई थी, जिन पर बिजली बिल बकाए की एकमुश्त रकम अधिक हो गई थी। इन्हें राहत देने के लिए 12 माह में किश्त के रूप में भुगतान का प्राविधान किया गया था। हालांकि इस पर कोरोना वायरस का ग्रहण लग गया है। मार्च के बाद से केवल 30 फीसद लोगों ने ही योजना के तहत भुगतान किया। पांच माह से बकाया न जमा करने पर अब बिजली विभाग के अधिकारी बकाएदारों के कनेक्शन काट रहे हैं।
कोरोना संक्रमण फैलने की वजह से लोग इसे नहीं जमा कर सके
आसान किश्त योजना पिछले वर्ष शुरू की गई थी। कहा गया कि पहले बकाएदार अपना रजिस्ट्रेशन कराएं और फिर जनवरी से किश्त के रूप में अक्टूबर तक भुगतान करें। शहर के सात डिवीजन में 15 हजार से अधिक बकाएदारों ने नवंबर और दिसंबर में रजिस्ट्रेशन करा लिया। जनवरी, फरवरी और मार्च में बकाए का किश्त के रूप में भुगतान किया। वहीं इसके बाद कोरोना संक्रमण फैलने की वजह से लोग इसे नहीं जमा कर सके।
अप्रैल, मई, जून, जुलाई और अगस्त माह का करीब 70 फीसद बकाएदारों ने भुगतान नहीं किया। इसके चलते सितंबर माह शुरू होते ही बिजली विभाग के अधिकारी बकाएदारों का कनेक्शन काटने लगे। अब तक करीब एक हजार बकाएदारों की लाइन काटी जा चुकी है।
योजना के यह थे फायदे
आसान किश्त योजना के तहत बकाए को 10 किश्त में जमा करना था। इसमें कुल बिल पर लगने वाला ब्याज भी माफ किया गया था। इससे बकाएदारों को लाभ भी हुआ था।
बोले, बिजली विभाग के मुख्य अभियंता
बिजली विभाग के मुख्य अभियंता ओपी यादव कहते हैं कि आसान किश्त योजना में जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, उनके पास अभी भी समय है कि वह बकाया जमा कर दें। क्योंकि योजना समाप्त होने के बाद इसका लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही जो ब्याज माफ किया गया है, वह भी जोड़ दिया जाएगा।