Coronavirus Effect on Education : खुलेगा स्कूल तो संसाधन विहीन विद्यार्थी ही मशविरे के लिए जाएंगे
Coronavirus Effect on Education शासन का निर्देश आने पर स्कूल तो खुलेंगे लेकिन नियमित कक्षाएं फिलहाल नहीं होंगी। स्कूल प्रबंधनों का विचार ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा जिनके पास नहीं है उन्हीं बच्चों को बुलाने का है। या जिन्हें किसी खास विषय पर शिक्षक से मशविरा लेना है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण ने दिनचर्या, रहन-सहन से लेकर स्कूल-कॉलेजों तक के तौर-तरीके बदलने पर विवश कर दिया है। ऑनलाइन पठन-पाठन हो रहा है। शासन का निर्देश आने पर विद्यालय खुलेंगे लेकिन नियमित कक्षाओं की संभावना नहीं दिख रही है। स्कूल प्रबंधनों का कहना है कि उन्हीं बच्चों को बुलाया जाएगा जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा नहीं है या फिर किसी खास विषय पर शिक्षक से मशविरा लेना है। इसके लिए भी विद्यार्थी को अभिभावक का लिखित अनुमति पत्र लाना होगा।
कक्षाओं में बैठकर ही विद्यार्थी करेंगे प्रार्थना
रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडेय ने बताया कि सामूहिक रूप से स्कूल में अभी प्रार्थना सभा नहीं कराई जाएगी। स्कूल खुलने पर सभी विद्यार्थी अपनी कक्षाओं में ही रहेंगे। माइक से कुछ छात्र प्रार्थना बोलेंगे और कक्षाओं से छात्र उन्हें दोहराएंगे। इसके अतिरिक्त एक सीट पर सिर्फ दो विद्यार्थी ही बैठेंगे। मास्क भी सभी के लिए अनिवार्य रहेगा।
प्रायोगिक कक्षाओं के लिए विद्यार्थी आएंगे
महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य सुष्मिता कानूनगो ने बताया कि 22 से 30 सितंबर तक कम्पार्टमेंट परीक्षा होगी। इस बीच विद्यालय नहीं खुलेगा। उसके बाद यदि निर्देश मिलेगा तो बोर्ड की परीक्षा वाले बच्चों को बुलाया जाएगा। खासकर प्रायोगिक कक्षाओं के लिए। बाकी विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई करते रहेंगे।
थर्मल स्क्रीनिंग के बिना प्रवेश नहीं
श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य रविंद्र बिरदी ने कहा कि ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी। जरूरत के अनुसार विद्यार्थियों को विद्यालय बुलाया जाएगा। सभी की गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग होगी। हर संभव कोशिश होगी कि भीड़ न जुटे।
काउंसलिंग के लिए आएंगे बच्चे
केंद्रीय विद्यालय ओल्ड कैंट के शिक्षक चंद्रमौलि त्रिपाठी ने बताया कि अभी विद्यालय में अध्यापन कार्य ऑनलाइन चल रहा है। विद्यार्थियों को काउंसलिंग की जरूरत होगी तो ही वे आएंगे। गेट पर सब से पहले आने वालों को सैनिटाइज किया जाता है और उनकी डीटेल भी नोट की जाती है। बिना विवरण दर्ज कराए कोई भीतर नहीं आ सकता।
बोले, जिला विद्यालय निरीक्षक
जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि अब तक 987 विद्यालयों ने संक्रमण से बचाव की तैयारी पूरी कर ली है। करीब 25 प्रशित अभिभावकों ने लिखित रूप से अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए भी सहमति दी है।