Coronavirus Effect : विद्या भारती के विद्यालयों में वाट्सएप के जरिये शुरू होगा नया शैक्षिक सत्र
Coronavirus Effect सरस्वती विद्या मंदिर शिशु मंदिर और बालिका विद्यालयों में नए सत्र की पढ़ाई वाट्सएप के जरिये शुरू करने की तैयारी है।
प्रयागराज [धर्मेश अवस्थी]। Coronavirus Effect : कांवेंट स्कूल ऑनलाइन हैं और वहां के बच्चे अंग्रेजी में संवाद करते हैं। ये दोनों बातें किसी को चकित नहीं करती। वहीं, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शिक्षा शाखा विद्या भारती के विद्यालय तकनीक संग कदमताल कर रहे हैं, ये दावा जरूर सभी का ध्यान खींच रहा है। सरस्वती विद्या मंदिर, शिशु मंदिर और बालिका विद्यालयों में नए सत्र की पढ़ाई वाट्सएप के जरिये शुरू करने की तैयारी है। नवरात्र के पहले दिन से ही शिक्षकों ने बच्चों से संवाद शुरू कर दिया है और बनाए जा रहे वाट्सएप ग्रुप में बच्चे के साथ उनके अभिभावकों को भी जोड़ा जा रहा है।
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्कूलों ने यह कदम कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश में हुए लॉकडाउन के कारण उठाया है। अहम बात यह है कि विद्या भारती के स्कूलों में परीक्षाएं भी इस संक्रमण की भेंट चढ़ गईं। दो बार परीक्षा टालना पड़ा और बाद में तय हुआ कि बच्चों व परिजनों की सेहत के लिए परीक्षाएं रोक दी जाएं। पहले दो अप्रैल तक शिक्षण संस्थाएं बंद हुई थी, मगर प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन 14 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। ऐसे में अब परीक्षाएं नहीं होंगी। इसकी जगह तीसरे सेमेस्टर के इम्तिहान के आधार पर बच्चों को अंकपत्र जारी किए जाएंगे। सभी बच्चों को अगली कक्षा में दाखिला मिलेगा।
इसी को ध्यान में रखकर शिक्षकों ने नवरात्र के पहले दिन से ही मोबाइल फोन व वाट्सएप के जरिये बच्चों व उनके अभिभावकों से संपर्क शुरू कर दिया है। सरस्वती बालिका विद्या मंदिर ममफोर्डगंज की प्रधानाचार्य मीना श्रीवास्तव कहती हैं कि सभी को संक्रमण के दौरान एहतियात बरतने को कहा गया है, साथ ही शिक्षक हर दिन बच्चों को होमवर्क दे रहे हैं और शाम को कार्य वाट्सएप पर अपलोड करने का निर्देश है, उसे रात में जांचा जाता है। गलती होने पर फोन पर या वीडियो काल करके समझाया भी जा रहा है। विद्या भारती के काशी प्रांत प्रमुख रामजी सिंह कहते हैं कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्कूलों की संख्या 1200 के करीब है। बच्चों को दो अप्रैल नवमी के दिन से तकनीक के माध्यम से पढ़ाने की तैयारी है।