Coronavirus Prayagraj News : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कोरोना का खौफ, विभागाध्यक्षों ने लैब खोलने से किया इंकार
Coronavirus Prayagraj News इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने पत्र के माध्यम से कहा कि यदि विभागाध्यक्ष चाहें तो छात्रों के प्रवेश की अनुमति दे सकते हैं जिससे उनका पठन-पाठन न बाधित हो। विज्ञान तकनीकी को छोड़कर अन्य विभागों की कक्षाएं ऑनलाइन मोड में ही संचालित कराने की बात भी है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस का खौफ प्रयागराज में अभी बरकरार है। अब यही खौफ इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) तक भी पहुंच चुका है। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अध्यक्षों को कोरोना वायरस से काफी डर सता रहा है। यही वजह है कि उन्होंने शोधार्थियों के लिए लैब खोलने से साफ मना कर दिया है। ऐसे में छात्र भी केवल थ्योरी तक ही सीमित हैं, उन्हें प्रैक्टिकल की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
नोटीफिकेशन जारी करने के काफी दिनों तक मामला शांत रहा
दरअसल, पांच अक्टूबर को इविवि के रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल ने मंत्रालय के आदेश पर एक नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें स्पष्ट था कि विज्ञान और तकनीकी संकाय के पीजी और शोध छात्रों के लिए हॉस्टल खोले जा सकते हैं। क्योंकि छात्रों को प्रयोगशाला में भी जाना है। इसके लिए विभागाध्यक्ष की अनुमति आवश्यक है। हालांकि, विभागाध्यक्ष ने कोरोना का हवाला देते हुए सीधे हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद काफी दिनों तक मामला शांत रहा।
रजिस्ट्रार के पत्र से खलबली मचाई
अब रजिस्ट्रार ने सोमवार को भी एक पत्र जारी किया। इसमें कहा गया कि अनलॉक 5.0 में लगभग सब कुछ खुल चुके हैं। ऐसे में यदि विभागाध्यक्ष चाहें तो छात्रों के प्रवेश की अनुमति दे सकते हैं, जिससे उनका पठन-पाठन न बाधित हो। पत्र में यह भी कहा गया है कि विज्ञान एवं तकनीकी को छोड़कर अन्य विभागों की कक्षाएं ऑनलाइन मोड में ही संचालित कराई जाएंगी।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भी आदेश जारी कर दिया
इसी बीच विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भी आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश में कहा गया है कि देश भर के विवि अपनी व्यवस्था के अनुरूप कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन मोड में कर सकते हैं। दो नवंबर से सभी विवि को खोलने का आदेश जारी किया गया है। ऐसे में जल्द ही इविवि प्रशासन कोई अहम फैसला ले सकता है।