माघ मेला में दंडी बाड़ा में पद को लेकर मची खींचतान Prayagraj News
समिति का दायरा राष्ट्रीय स्तर पर करने सदस्यता बढ़ाने आर्थिक रूप से कमजोर सदस्यों की मदद करने समिति के बाइलॉज में कोई गड़बड़ी न होने आदि पर चर्चा हुई।
प्रयागराज,जेएनएन । दंडी बाड़ा में समिति भंग होने के बाद अब वर्चस्व को लेकर जंग सतह पर आ गई है। अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति में पद को लेकर खींचतान मच गई है। शनिवार को दोनों गुटों की अलग-अलग शिविरों में महत्वपूर्ण बैठक होगी। उसके बाद नयी समिति की रूपरेखा तय की जाएगी।
शाम को भी दोनों गुटों की बैठकें हुईं। इसमें इस्तीफा देने वाले तथा गुट के अन्य पदाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान समिति का दायरा राष्ट्रीय स्तर पर करने, सदस्यता बढ़ाने, आर्थिक रूप से कमजोर सदस्यों की मदद करने, समिति के बाइलॉज में कोई गड़बड़ी न होने आदि पर चर्चा हुई। बैठक में एक गुट में पूर्व संरक्षक जगदगुरु स्वामी महेशाश्रम महाराज, पूर्व महामंत्री स्वामी ब्रह्माश्रम, पूर्व कोषाध्यक्ष स्वामी शंकर आश्रम सहित अन्य लोग व दूसरे गुट की बैठक में पूर्व अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम सहित अन्य लोग शामिल रहे।
नियमित क्रिया योग साधना से मिलता है सच्चा स्वरूप : ज्ञान माता
मनुष्य का संपूर्ण स्वरूप निराकार, परमब्रह्म का साकार स्वरूप है। मनुष्य स्वरूप की दिव्यता का महत्व, मनुष्य जीवन व इस ब्रह्मांड का नियंता एक ही परमतत्व है। जो अनंत, असीम, अमर और सनातन है। यह उद््गार क्रियायोग विशेषज्ञ ज्ञानमाता स्वामी डॉ. राधा सत्यम ने व्यक्त किए। क्रिया योग प्रशिक्षण का यह पांच दिवसीय शिविर इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी इन एजुकेशन केंद्र में राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के एसोसिएट एनसीसी अधिकारियों तथा क्रीड़ा शिक्षकों के लिए हो रहा है। प्रशिक्षण शिविर का आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी इन एजुकेशन के प्राचार्य / अपर शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप ने किया है। इसमें डॉ राधा सत्यम ने क्रिया योग का अभ्यास कराते हुए स्पष्ट किया कि क्रिया योग की नियमित साधना से मनुष्य अपने सच्चे स्वरूप की अनुभूति करता है। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के निदेशक प्रोफेसर संतराम सोनी ने किया। प्रोफेसर बालेंद्र भूषण, प्रोफेसर कुंदन सिंह रावत, रीडर कमलेश बाबू, प्रवक्ता अशोक नाम तिवारी, दरक्षा आब्दी, अमिता सिंह, अंजना पांडेय आदि शामिल रहे।