हाईटेक टीबी लैब का निर्माण अधर में अटका, बनने से एक सप्ताह में मिलेगी रिपोर्ट Prayagraj News
प्रयागराज में हाईटेक टीबी लैब मेडिकल कॉलेज में बनना है। इसके लिए दिसंबर में ही 65 लाख रुपये की धनराशि मिल चुकी है। अगर यह लैब तैयार हो गया तो एक सप्ताह में ही रिपोर्ट मिल जाएगी।
प्रयागराज, जेएनएन। टीबी (क्षयरोग) के उन्मूलन के लिए सरकार तमाम कवायद कर रही है, फिर भी जिम्मेदार इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यही कारण है कि टीबी की जांच के लिए प्रस्तावित हाइटेक लैब का निर्माण अधर में है। बजट स्वीकृति होने के बावजूद अभी तक इसका काम नहीं शुरू हुआ। इस लैब के बनने से टीबी जांच की रिपोर्ट मात्र एक सप्ताह में ही मिल जाएगी। इससे मरीजों को सुविधा होगी, वह शीघ्र अपना इलाज शुरू करा सकेंगे।
यहां सुविधा न होने से जांच के लिए बलगम आदि भेजा जाता है लखनऊ
अभी टीबी मरीजों की सामान्य जांच तो जनपद स्तर पर ही हो जाती है। यहां कल्चर डीएसटी लैब न होने से गंभीर टीबी रोग जांच के लिए मरीज का बलगम आदि लखनऊ लैब भेजा जाता है। इसकी रिपोर्ट आने में डेढ़ से दो माह का समय लग जाता है। शासन स्तर से मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज परिसर में कल्चर डीएसटी लैब स्थापित करने की स्वीकृति मिल गई है। इस लैब से मरीज को एक सप्ताह में ही रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी।
बजट मिलने के बाद भी जिम्मेदार उदासीन बने
पिछले साल दिसंबर माह में मेडिकल कॉलेज प्रशासन को करीब 65 लाख रुपये की धनराशि भी मिल चुकी है। बजट मिलने के बाद भी जिम्मेदार लोग उदासीन बने हैं। इस लैब में सभी एडवांस जांचें होंगी जो मुफ्त में की जाएगी।
बोले जिला क्षयरोग अधिकारी
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. एके तिवारी ने बताया कि अभी गंभीर टीबी रोग की जांच के लिए बलगम को एसजीपीजीआइ या राममनोहर लोहिया संस्थान लखनऊ भेजा जाता है। मेडिकल कॉलेज में कल्चर डीएसटी लैब बनने से काफी सहूलियत होगी। मेडिकल कॉलेज को बजट भी मिल चुका है। अब तक लैब तैयार हो जाना चाहिए था लेकिन विलंब हो रहा है।