...तो इस कारण चौफटका फ्लाईओवर और आरओबी का निर्माण फंस गया है Prayagraj News
सूबेदारगंज स्टेशन के ऊपर आरओबी का निर्माण कार्य होना है। इसके बनने से एयरपोर्ट जाने वालों की राह आसान हो जाएगी। लोग सुलेमसरांय से आरओबी से राजरुपपुर वाली सड़क पर सीधे पहुंचेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। सुलेमसराय में अक्सर लगने वाले जाम से राहत दिलाने के लिए चौफटका पर फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण किया जाना है। आरओबी के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को रेलवे की जमीन की जरूरत है। रेलवे अपनी जमीन की कीमत मांग रहा है। हालांकि राज्य सेतु निगम रेलवे की जमीन की कीमत नहीं देना चाहता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे पुल की निर्माण लागत बढ़ जाएगी। आर्थिक बोझ बढऩे से पुल का निर्माण कार्य फंस सकता है।
ओवरब्रिज निर्माण संबंधी महत्वपूर्ण बातें
- 01 साल से अटका है मामला प्लानिंग में
- 02 लेन का बनाकर तैयार होगा फ्लाईओवर
- 25 हजार से अधिक वाहन रोज गुजरेंगे आरओबी
- 30 महीने का समय लगेगा पुल को बनाने के लिए
- 1.50 किलोमीटर लंबा फोर लेन बनेगा आरओबी
- 285 करोड़ से तैयार होंगे फ्लाई ओवर और आरओबी
- 650 मीटर लंबा टू लेन रहेगा फ्लाई ओवर।
आरओबी बनने से एयरपोर्ट का रास्ता होगा आसान
सूबेदारगंज स्टेशन के ऊपर आरओबी का निर्माण कार्य होना है। इसके बनने से एयरपोर्ट जाने वालों की राह आसान हो जाएगी। लोग सुलेमसरांय से आरओबी से राजरुपपुर वाली सड़क पर सीधे पहुंचेंगे। सुलेमसराय में आरओबी फ्लाई ओवर के पास आकर समाप्त होगा, नीचे से लोग हाईकोर्ट की तरफ भी जा सकेंगे। वहां पर जाम भी नहीं लगेगा।
बोले उप्र राज्य सेतु निगम के अधिकारी
उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम प्रयागराज अंचल के मुख्य परियोजना प्रबंधक आरके सिंह कहते हैं कि फ्लाई ओवर और आरओबी को बनाने में ढाई साल का समय लगेगा। रेलवे से आरओबी के लिए जो जमीन की जरूरत है, वह मिल नहीं पाई है। जमीन मिलने के बाद ही निर्माण कार्य हो सकेगा।