उत्तर प्रदेश में प्रियंका की सक्रियता से आनंद भवन में कांग्रेसियों का जश्न
प्रियंका गांधी वाड्रा के सियासत में सक्रिय होने का संकेत मिलने पर संगमनगरी के कांग्र्रेसी झूमने लगे हैं। कुछ उत्साही कांग्रेसियों ने आनंद भवन के सामने जश्न मनाया।
इलाहाबाद (जेएनएन)। प्रियंका गांधी वाड्रा के सियासत में सक्रिय होने का संकेत मिलने पर संगमनगरी के कांग्र्रेसी झूमने लगे हैं। कुछ उत्साही कांग्रेसियों ने आनंद भवन के सामने जश्न मनाया। ढोल नगाड़ों पर खूब झूमे, आतिशबाजी की। फिर एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई।
प्रियंका गांधी सियासत में किस तरह व किस रूप में सक्रिय होंगी, यह साफ नहीं है। अधिकृत तौर पर कोई घोषणा भी नहीं की गई है, लेकिन मंगलवार को संगमनगरी के कांग्रेसियों में उत्साह देखा गया। दरअसल इस दिन नई दिल्ली में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम में प्रियंका गांधी वाड्रा के सक्रिय राजनीति में आने के संकेत दिए थे।
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प्रियंका सोमवार को जिस तरह रायबरेली में पार्टी अध्यक्ष के निधन पर शोक जताने पहुंची , उससे भी इस संभावना को बल मिला। जहां तहां चल रही चर्चाओं से उत्साहित कांग्र्रेस नेता हसीब अहमद और श्रीशचंद्र दुबे के नेतृत्व में पार्टीजन दोपहर सवा तीन बजे के आसपास आनंद भवन के सामने इकट्ठा हुए। राहुल-प्रियंका के पोस्टरों संग जमकर नारेबाजी की गई।
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तीन साल पहले उठाई थी आवाज : प्रियंका गांधी को राजनीति में उतारने के लिए सबसे पहले 16 अक्टूबर 2013 को इलाहाबाद से ही आवाज उठी थी। श्रीश चंद्र दुबे और हसीब अहमद ने सिविल लाइंस स्थित सुभाष चौराहे पर चर्चित होर्डिंग लगवाई थी। लिखा गया था कि 'मइया अब रहती बीमार, भइया पर चढ़ गया भार प्रियंका फूलपुर से बनें उम्मीदवार। इसे अनुशासनहीनता मानते हुए दोनों को तब पार्टी से बर्खास्त भी कर दिया गया था। हालांकि कुछ दिनों बाद माफी मांग लेने पर उनकी वापसी भी हो गई थी।