राजबब्बर सहित कांग्रेस नेताओं को फिलहाल राहत नहीं मिल सकी
एमपी एमएलए कोर्ट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री और पूर्व सांसद निर्मल खत्री आदि नेताओं को राहत नहीं मिली है। अगली सुनवाई आठ अप्रैल को होगी।
प्रयागराज : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री, पूर्व सांसद निर्मल खत्री, पूर्व नेता विधान मंडल दल प्रदीप माथुर, प्रदीप जैस आदि को फिलहाल एमपी एमएलए कोर्ट से राहत नहीं मिल सकी। शुक्रवार को विशेष कोर्ट एमपी एमएलए के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी कोर्ट में नहीं बैठे, ऐसे में मामले की अगली सुनवाई आठ अप्रैल मुकर्रर की गई है।
क्या था मामला
वर्ष 2015 में तत्कालीन अखिलेश यादव की सपा सरकार के दौरान लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान बवाल हुआ था। घटना के बाद इन नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता किशोर वाष्र्णेय के मुताबिक, इसी मामले में शुक्रवार को राजबब्बर समेत अन्य की पेशी थी लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पेशी के लिए प्रयागराज आए थे लेकिन उन्हें वापस जाना पड़ा।
मैनपुरी के विधायक जमानत पर छूटे
सपा के विधायक राजकुमार यादव उर्फ राजू ने विशेष कोर्ट एमपी एमएलए में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में लेने के बाद जमानत अर्जी पर सुनवाई की। एमपी एमएलए कोर्ट के प्रभारी न्यायाधीश जयतेंद्र कुमार ने उन्हें जमानत की शर्तों को पूरा करने पर रिहा किए जाने का आदेश दिया। करीब तीन घंटे न्यायिक हिरासत में रहने के बाद विधायक जमानत पर छूट गए। मामले की अगली सुनवाई 23 मार्च को होगी।
यह था आरोप
मैनपुरी जिले के थाना दन्नाहार में 15 जनवरी 2017 को फ्लाइंग स्क्वायड प्रभारी प्रताप सिंह ने आरोपित किया है कि बिना अनुमति के अभियुक्त 50-60 लोगों के साथ मिलकर ग्राम गढिय़ा में चुनाव प्रचार कर रहे थे। अनुमति न होने की वजह से उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था।