असिस्टेंट प्रोफेसर के 1897 पद की भर्ती पर बना है असमंजस, प्रयागराज में प्रतियोगी छात्र हुए लामबंद
प्रतियोगी छात्र अमित कुमार और मोहित का कहना है कि शासन ने जितने पद का अधियाचन जारी करने का निर्देश दिया है उसके अनुरूप कार्यवाही न होना युवाओं के साथ छलावा है। अगर निदेशालय ने बचे पद का जल्द अधियाचन जारी नहीं किया तो प्रतियोगी क्रमिक अनशन शुरू कर देंगे।
प्रयागराज, राज्य ब्यूरो। शासन का जोर खाली पदों को जल्द भरने पर है। भर्ती संस्थानों को भर्तियां तेजी से निस्तारित करने का निर्देश दिया गया है लेकिन, उच्च शिक्षा विभाग का काम सुस्त है। स्थिति यह है कि शासन ने उच्च शिक्षा निदेशालय को असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 पदों की भर्ती का अधियाचन जारी करने का निर्देश दिया है, परंतु निदेशालय ने 49 विषय में 2003 पदों का अधियाचन जारी किया। ऐसे में बचे 1897 पद की भर्ती पर असमंजस की स्थिति है। प्रतियोगियों ने उक्त पदों की भर्ती के लिए लामबंदी तेज कर दी है। इंटरनेट मीडिया में 'असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती अभी नहीं तो कभी नहीं नाम से अभियान शुरू कर दिया है।
पहले जो भर्ती निकली है उसे पूरा करने के बाद नया अधियाचन
सूबे के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कालेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के करीब 4500 पद खाली हैं। प्रतियोगी कई साल से खाली पदों को भरने की मांग कर रहे हैं। इसे देखते हुए शासन ने सितंबर 2020 में उच्च शिक्षा निदेशालय को 3900 पद का अधियाचन जारी करके भर्ती कराने का निर्देश दिया था। इसमें निदेशालय ने 2003 पद का अधियाचन जारी किया। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग विज्ञापन संख्या-50 के तहत उसकी भर्ती करवा रहा है। प्रतियोगी अमित कुमार, मोहित का कहना है कि शासन ने जितने पद का अधियाचन जारी करने का निर्देश दिया है, उसके अनुरूप कार्यवाही न होना युवाओं के साथ छलावा है। अगर निदेशालय ने बचे पद का जल्द अधियाचन जारी नहीं किया तो प्रतियोगी क्रमिक अनशन शुरू कर देंगे। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमित भारद्वाज का कहना है कि पहले जो भर्ती निकली है उसे पूरा करने के बाद नया अधियाचन जारी किया जाएगा।