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Durga Puja : दुर्गापूजा पंडालों में आस्‍था व उल्‍लास का दिख रहा संगम Prayagraj News

दुर्गापूजा पंडाल में इन दिनों हजारों भक्‍तों की भीड़ देर रात तक जुट रही है। कहीं धुनोची नृत्य हो रहा है तो कहीं डांडिया की धूम मची है। हर ओर धार्मिक आयोजन हो रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 07 Oct 2019 11:26 AM (IST)Updated: Mon, 07 Oct 2019 05:08 PM (IST)
Durga Puja : दुर्गापूजा पंडालों में आस्‍था व उल्‍लास का दिख रहा संगम Prayagraj News
Durga Puja : दुर्गापूजा पंडालों में आस्‍था व उल्‍लास का दिख रहा संगम Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। शारदीय नवरात्र में इन दिनों दुर्गापूजा पंडालों में देर रात तक चहल-पहल रह रही है। आकर्षक पंडालों के साथ ही मां दुर्गा की मनोरम प्रतिमा का दर्शन और पूजन करने के लिए मानो शहरवासी उमड़ पड़े हों। यूं तो भीड़ सुबह से ही रहती है, लेकिन अंधेरा होने पर अचानक ही बढ़ जाती है। रंग-बिरंगी बिजली की छटा के बीच पूजा पंडाल और मां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, स्वामी कार्तिकेय और श्रीगणेश की आकर्षक प्रतिमा लुभा रही है।

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आस्था, उल्लास और समर्पण का हर ओर माहौल

दुर्गापूजा पंडालों में सुबह से ही धार्मिक आयोजन शुरू हो जाता है। प्रात:कालीन पूजन के बाद पुष्प आदि से श्रद्धालु व पुरोहित अर्चन करते हैं। इसके बाद प्रसाद वितरण होता है। दोपहर में नित्य नए भोग मां को अर्पित कर श्रद्धालुओं में वितरण किया जा रहा है। भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने सभी जमीन पर एक पंक्ति में बैठे नजर आते हैं। दोपहर बाद कुछ कार्यक्रम होते हैं। इसके बाद संध्या की तैयारी शुरू हो जाती है। अंधेरा होने के बाद आरती का दौर शुरू होता है। देर शाम को परंपरागत ढंग से होने वाली आरती में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट रही है। ढोल की थाप पर मां की आरती के दौरान भक्तों का नृत्य भी आकर्षण का केंद्र बना रहता है।

रात में धार्मिक आयोजन और बांग्ला के साथ हिंदी नाटक का दौर भी

दुर्गापूजा बारवारी कमेटियों की ओर से  आरती के बाद प्रसाद वितरण भक्तों में किया जाता है। वहीं रात में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। बांग्ला के साथ ही हिंदी नाटक, नृत्य नाटिका, विभिन्न प्रतियोगिताएं, धार्मिक आयोजन और देवी जागरण जैसे आयोजन लोगों की भीड़ जुटा रही है। कुल मिलाकर दुर्गापूजा पंडालों में आस्था, परंपरा और समर्पण का नजारा दिख रहा है। इसी क्रम में महानिशा की रात पूजा पंडालों में विविध आयोजन हुए। कहीं धुनोची नृत्य की धूम रही तो कहीं डांडिया की। रविवार देर रात तक सड़कों पर रतजगा हुआ। अधिक रात तक लोग पंडालों में नजर आए।

डांडिया नृत्य और देवी गीतों की सजी शाम

नवरात्र के उपलक्ष्य में रविवार को सिविल लाइंस स्थित एक होटल में डांडिया नृत्य का आयोजन किया गया। इसमें देवी गीतों पर रंग बिरंगे परिधानों में सजी महिलाएं व पुरुष थिरकते नजर आए। कलाकारों ने आज मईया की शाम है, तेरा द्वार निराला माता, चलो रे माता के दरबार... की सुरीली प्रस्तुति कर माहौल को भक्ति से ओत प्रोत कर दिया। संयोजक सुरेश चंद्र अग्रहरि व नीरज चतुर्वेदी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सभी ने पालीथिन का प्रयोग न करने का संकल्प लिया। दूसरी ओर तेजबहादुर सप्रू रोड स्थित एक होटल में इनरव्हील क्लब की ओर से डांडिया नाइट का आयोजन हुआ। इसमें ड्रेस कंप्टीशन एवं डांस कंप्टीशन में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस मौके पर क्लब की अध्यक्ष स्नेहा सिंह, तान्या मेहरोत्रा, सोनल सक्सेना, रागिनी चंदेल, रमा समेत अन्य महिलाएं शामिल रहीं।


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