Coronavirus : धार्मिक स्थलों में देर रात तक हुई तलाशी, खुफिया एजेंसी पर उठे सवाल Prayagraj News
अब्दुल्ला मस्जिद में मिले लोगों को लेकर खुफिया एजेंसी के कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। दिल्ली के मरकज से लौटने के बाद भी इन लोगों की जानकारी नहीं हो सकी थी।
प्रयागराज, जेएनएन। अब्दुल्ला मस्जिद और मुसाफिरखाना में बिना सूचना के ठहरे 36 लोगों के मिलने से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। इस घटना ने दूसरी मस्जिदों, गुरुद्वारा, मंदिर और आश्रय स्थलों में लोगों के रुकने की आशंका को बल दे दिया। अब अधिकारियों ने एक-एक कर सभी धार्मिक स्थल, धर्मशाला, सराय और होटल में तलाश शुरू कर दी। देर रात तक लोगों की तलाश चलती रही। वहीं, इस वाकये की जानकारी होने से शहर से लेकर गांव तक के लोगों में कोरोना वायरस को लेकर भय व्याप्त हो गया है।
कस्बों व गांवों के धार्मिक स्थलों में पुलिस ने संदिग्धों की तलाश की
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पहले भी निर्देश दिए जाते रहे हैं कि बाहर से आने वालों की सूचना तत्काल पुलिस को दी जाए, इसके बावजूद लोग ऐसा करने से परहेज कर रहे हैं। अब्दुल्ला मस्जिद की तरह दूसरे धार्मिक स्थलों में भी लोग बिना सूचना के ठहर सकते हैं। लिहाजा शहर के शाहगंज, खुल्दाबाद, करेली, कोतवाली, सिविल लाइंस, कैंट, धूमनगंज समेत अन्य थाना क्षेत्रों में स्थित धार्मिक स्थल व आश्रय स्थलों में पहुंचकर पुलिस ने जानकारी जुटाई। गंगापार और यमुनापार के भी सभी कस्बों व गांव में स्थित धार्मिक स्थलों में पुलिस संदिग्ध लोगों की तलाश करती रही।
बोले एसएसपी कि केस दर्ज होगा
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का कहना है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने और कोरोना वायरस को लेकर जानकारी छिपाने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
खुफिया एजेंसी की कार्यशैली पर उठे सवाल
कोरोना वायरस को लेकर शुरुआत से ही पुलिस और खुफिया एजेंसी से जुड़े लोगों को बाहरी शख्स की जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी। हालांकि अब्दुल्ला मस्जिद में मिले लोगों को लेकर खुफिया एजेंसी के कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दिल्ली के मरकज से लौटने के बाद भी एलआइयू, एसआइबी समेत अन्य एजेंसी के लोगों को इसकी जानकारी नहीं हो सकी।
मदरसे के निरीक्षण में मिले सौ बच्चे, मुकदमा दर्ज
लॉक डाउन का पाठ पढ़ाने के लिए एसडीएम विवेक चतुर्वेदी, सीओ उमेश शर्मा ने फूलपुर कस्बे के पूरे अच्छई मोहल्ले में संचालित जामिया इस्लामिया ऐनुल उलूम मदरसे का निरीक्षण किया। यहां करीब 100 छात्र मिले। अधिकारियों ने कोरोना की भयावहता बताते हुए सभी को फिजिकल डिस्टेंस रखने का पाठ पढ़ाया और संक्रमित होने से बचाव के तरीके समझाए। लाकडाउन अवधि में मदरसा संचालित करने पर संचालक के खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया है। निरीक्षण के दौरान कोतवाल प्रभारी चंद्रभान सिंह भी थे।