Magh Mela-2020 : माघ मेले के अधूरे कार्यों को सप्ताह भर में करें पूरे Prayagraj News
प्रशासन पर व्यवस्थाएं करने का दबाव बढ़ गया है। मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा ने लोक निर्माण विभाग जल निगम बिजली स्वास्थ्य सहित सभी विभागों को कहा कि सप्ताह भर में काम पूरा कर दें।
प्रयागराज,जेएनएन । माघ मेले के निर्माण कार्य 20 दिसंबर तक पूरा करना था। शुक्रवार यह डेड लाइन बीत गई, लेकिन तमाम काम अधूरे हैं। ऐसे में मेला अधिकारी ने निर्माण एजेंसियों को कार्यों को पूरा करने के लिए सप्ताह भर का समय और दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों बारिश और दलदल के चलते काम प्रभावित हुआ है। इसलिए हर हाल अगले सप्ताह भर में काम पूरा करना है।
दस जनवरी को माघ मेले का पहला स्नान है। उससे पहले ही यहां पर तीन या चार जनवरी तक कल्पवासी और संत महात्मा आ जाएंगे। उनको बसाने के लिए प्रशासन को सभी सुविधाएं मुहैया करा देना है। समय बहुत कम बचा है। इसलिए प्रशासन पर व्यवस्थाएं करने का दबाव बढ़ गया है। मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा ने लोक निर्माण विभाग, जल निगम, बिजली, स्वास्थ्य सहित सभी विभागों को कहा कि वह सप्ताह भर में काम पूरा कर दें।
नहीं बने अधिकतर चकर्ड रोड
लोक निर्माण विभाग ने पीपे के पांच पुल बना दिया है, लेकिन यह काम पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ है। पुल को एक से दूसरे साइड तक उतार दिया। हालांकि इस पर बालू, कासा और चकर्ड प्लेट डालने का काम बाकी है। वहीं साइड रेलिंग पोस्ट नहीं बनाई गई है। सभी पुलों पर लगातार काम चल रहा है। इसके अलावा चकर्ड रोड का अधिकतर काम बाकी है। मेला क्षेत्र में जगह-जगह चकर्ड प्लेट डाल दी गई, लेकिन उसे व्यवस्थित नहीं किया गया है। वह लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। कई लोग इससे चोटिल हो गए। अधिकतर सड़कों पर बालू कम डाली गई है। अधिशासी अभियंता सुनील कठेरिया ने बताया कि जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा।
वापस लिया बदला लेआउट
पिछले दिनों मेला प्रशासन ने त्रिवेणी मार्ग से संगम तक बने मार्ग का लेआउट बदल दिया था। कहा था कि इसे काली मार्ग से शुरू करके संगम तक बनाए। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने काम भी शुरू कर दिया। लेकिन रास्ते में दलदल और अन्य समस्याओं के चलते मेला प्रशासन इस आदेश को वापस ले लिया।
जल निगम और बिजली का काम भी धीमा
जल निगम को हर कैंप तक पानी पहुंचाना है। इसके लिए मुख्य मार्गों पर मोटी पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इसका अधिकतर काम पूरा हो गया है। वहीं गलियों में पाइप लाइन बिछाने का काम बाकी है। इसके बाद उन्हें हर कैंप में नल लगाना है। काम की धीमी प्रगति पर मेला अधिकारी ने तेजी लाने को कहा है। वहीं बिजली विभाग का दावा है कि उनका 90 फीसद काम हो गया है। खंभे लगा दिए हैं, लेकिन रास्ता ठीक न होने और जगह-जगह दलदल के चलते वह हर सेक्टर में ट्रांसफार्मर नहीं पहुंचा पा रहे हैं। इसी बीच मेला प्रशासन ने संगम लोअर में क्षेत्र का विस्तार कर दिया है। इसलिए काम बढ़ गया है।
गंगा में हो रहा कटान
माघ मेला शुरू होने का काम नजदीक आया तो गंगा का कटान तेज हो गया है। इस दौरान गंगा का कटान सिटी साइड हो रहा है। इससे पुल निर्माण, चकर्ड रोड बनाने और संस्थाओं को बसाने का काम प्रभावित हो रहा है। कटान रोकने के लिए सिंचाई विभाग ने देरी से काम शुरू किया है। उनके शुरू करने तक अधिकतर कटान हो चुका और जमीन कम हो गई। पुल निर्माण में पहले इंजीनियरों ने ध्यान नहीं दिया और अब उन्हें पीपे बढ़ाना पड़ रहा है।
आज तुलसी मार्ग पर जमीन का आवंटन
शनिवार को तुलसी मार्ग पर जमीन का आवंटन होगा। इसके लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है। गुरुवार और शुक्रवार को महावीर मार्ग, त्रिवेणी मार्ग और अक्षय वट मार्ग पर जमीन का आवंटन होना था। किंतु, इस क्षेत्र में जमीन का कटान अधिक होने से संस्थाओं को जमीन आवंटित नहीं हो सकी। मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा ने बताया कि इस क्षेत्र में जमीन का आवंटन 24 दिसंबर को होगा।