बिजली थाना तो बना है लेकिन अब उसमें नहीं दर्ज हो रहे मुकदमे, जानें कारण Prayagraj News
बिजली थाने में पिछले कुछ माह से मुकदमे नहीं दर्ज हो पा रहे हैं। इसका कारण यहां ऑपरेटर का न होना है। वहीं नैनी स्थित इस थाने में 15 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। विद्युत विभाग की बात भी निराली है। बिजली थाना तो बना दिया मगर वहां आवश्यक इंतजाम नहीं किए गए। इसके कारण थाने का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है। हालत यह है कि बिजली चोरी और इससे संबंधित अन्य मुकदमे नहीं दर्ज हो रहे हैैं। लगभग एक हजार तहरीर लंबित पड़ी हैैं। विभाग के अधिकारी अपने क्षेत्र में अभियान चलाते हैं और चोरी की तहरीर थाने में भेज देते हैैं मगर मुकदमा नहीं दर्ज हो रहा है। वजह थाने में कंप्यूटर आपरेटर का न होना है।
इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, कांस्टेबल व कांस्टेबल की है तैनाती
बिजली चोरी से संबंधित मुकदमे पहले पुलिस थाने में दर्ज होते थे। अक्सर में इसमें लापरवाही सामने आती थी। कभी देर से मुकदमा दर्ज होता था तो काम के दबाव मुकदमों की विवेचना भी पुलिस नहीं कर पाती थी। इसीलिए शासन के निर्देश पर हर जिले में एक बिजली थाना बनाया गया। प्रयागराज में इंदलपुर विद्युत उपकेंद्र में बनाया गया। यहां एक इंस्पेक्टर, चार सब इंस्पेक्टर, छह हेड कांस्टेबल और चार कांस्टेबल तैनात किए गए। इन पुलिस कर्मियों को विद्युत विभाग की ओर से वेतन दिया जा रहा है।
एक नजर में
- 01 हजार से ज्यादा तहरीर लंबित, कंप्यूटर ऑपरेटर न होने से दिक्कत
- 04 सौ के करीब अब तक दर्ज हो चुके हैैं इस थाने में मुकदमे
- 15 अगस्त से नैनी के इंदलपुर में शुरू किया गया था बिजली का थाना
- 15 पुलिस कर्मियों की मौजूदा समय में इस थाने में है तैनाती
बिजली थाने में अब तक लगभग 400 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं
इसी साल 15 अगस्त को बिजली थाने का शुभारंभ हुआ था। अब तक लगभग 400 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। बताते हैं कि इस थाने में लगभग दो माह से मुकदमे नहीं दर्ज हो रहे हैं। इसी बीच सबसे ज्यादा दिन तक विद्युत विभाग के अभियान चले, जिससे पूरे जिले से एक हजार से ज्यादा तहरीर इस थाने में भेजी गई, जो लंबित हैै। इन तहरीरों पर मुकदमे अब तक नहीं दर्ज हो सके हैैं। दरअसल, कंप्यूटर ऑपरेटर न होने के कारण ये मुकदमे दर्ज नहीं किए जा सके। इसके लिए इंस्पेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को पत्र भेज चुके हैैं। बिजली विभाग के मुख्य अभियंता ओपी यादव ने बताया कि दो ऑपरेटर की व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही मुकदमे दर्ज होना शुरू हो जाएंगे।
रात में बंद हो जाता है बिजली थाना
बिजली थाना रात में बंद हो जाता है। यहां तैनात स्टॉफ इसकी वजह यह बताता है कि शहर से दूर और किनारे पर होने के कारण रात में पुलिसकर्मी रात में नहीं रुकते। इसके लिए अब शहर में इसे शिफ्ट करने की कवायद शुरू हो गई है। तेलियरगंज विद्युत उपकेंद्र में प्रस्ताव रखा गया है, जिसे जल्द ही फाइनल किए जाने की उम्मीद है।