Communicable Disease : प्रयागराज में नियंत्रण को चलाया जा रहा अभियान, जानें स्वास्थ्य विभाग की योजना
Communicable Disease प्रयागराज के जिला मलेरिया अधिकारी के अनुसार संचारी रोग नियंत्रण अभियान में कई विभाग मिल कर कार्य कर रहे हैं। दस्तक अभियान के अंतर्गत एक से 15 अक्टूबर तक कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम व आशा कार्यकर्ताओं ने 530124 घरों का भ्रमण किया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग कवायद कर रहा है। अक्टूबर माह में स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत संचारी रोगों व दिमागी बुखार पर नियंत्रण के लिए जन-जागरूकता कार्यक्रम पर बल दिया जा रहा है। जन-जागरूकता के लिए एक से 15 अक्टूबर तक चलाये गए दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम व आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर 530124 लोगों को संचारी रोगों व संक्रामक बीमारियों के बचाव के बारे में जानकारी दी। साथ ही इसके बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रेरित भी किया।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान में कई विभाग मिल कर कार्य कर रहे हैं
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. कौशल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान में कई विभाग मिल कर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के अंतर्गत एक से 15 अक्टूबर तक कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम व आशा कार्यकर्ताओं ने 530124 घरों का भ्रमण किया। इस दौरान लोगों को संचारी रोगों से बचाव और रोकथाम पर जानकारी देते हुए घर के आसपास साफ-सफाई रखने की सलाह दी। साथ ही जलभराव को रोकने और मच्छर पनपने की अनुकूल स्थितियों के बारे में बताया गया।
संचारी रोग के रोकथाम व कोविड-19 से बचाव की जानकारी दी
डॉ. कौशल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि टीम सदस्यों ने संचारी रोग बीमारी की रोकथाम के साथ ही कोविड-19 से बचाव की जानकारी दी। वहीं बीमारी के रोकथाम के लिए सामाजिक दूरी का पालन, साबुन और पानी से हाथ धुलना और मास्क के इस्तेमाल पर भी लोगों को जागरूक और प्रेरित किया गया। दस्तक अभियान के अंतर्गत आशा कार्यकर्ताओं ने बुखार के 1532, खांसी के 403 और सांस के 148 पीड़ितों को चिन्हित किया I इसके साथ ही कोरोना के 988 संभावितों की जाँच भी की गई I
जिला मलेरिया अधिकारी ने यह कहा
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. कौशल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि 15 दिनों में 660 मातृ बैठकें की गईं। इसमें 5854 महिलाओं ने भाग लिया। ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) के 1391 सत्र संचालित हुए। इसके माध्यम से सभी को संचारी रोगों और कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम और आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से 1585 क्लोरीनेशन डेमो किए गए और 13123 प्रतिभागियों को इसकी जानकारी दी गई।
‘क्या करें क्या न करें ‘ का सघन प्रचार-प्रसार किया
डॉ. कौशल ने बताया कि वीएचएनडी के माध्यम से संचारी रोग और दिमागी बुखार से रोकथाम हेतु ‘क्या करें क्या न करें ‘ का सघन प्रचार-प्रसार, पशुपालन विभाग द्वारा सूकर पालन और पशु पालन स्थलों पर विशेष रूप से कीटनाशक छिड़काव व साफ-सफाई पर जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह अभियान 31 अक्टूबर तक संचालित होगा।