एसआरएन में नर्स छेड़खानी मामला : कमेटी जांच तो करती है पर नहीं आती रिपोर्ट
एसआरएन अस्पताल में नर्स से जूनियर डॉक्टर द्वारा छेड़खानी के मामले में जांच कमेटी बना दी गई है। हालांकि कई मामले में जांच कमेटी बनती है लेकिन उसकी रिपोर्ट नहीं आती है।
प्रयागराज, जेएनएन। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल अक्सर चर्चा में रहता है। अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार एक नर्स ने जूनियर डॉक्टर पर छेडख़ानी और अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगाया है। नर्स ने गुरुवार को इसकी शिकायत अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक से की। इसे लेकर धरना-प्रदर्शन भी हुआ। नर्स के मोबाइल पर मैसेज होने के बावजूद अभी तक मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि मामला शांत कराने के लिए जांच कमेटी गठित कर दी गई है।
कमेटी खानापूर्ति के लिए सिर्फ कागजों पर ही करती है जांच
हकीकत यह है कि यह कमेटी खानापूर्ति के लिए सिर्फ कागजों पर ही जांच कर लेती है। जांच में क्या सही था या गलत, इसकी जानकारी भी नहीं हो पाती। पिछले दिनों की कई ऐसी घटनाएं हैं जिसमें जांच कमेटी तो बनी लेकिन रिपोर्ट आज तक नहीं आई। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने अब फिर एक कमेटी गठित कर दी है। इसकी भी रिपोर्ट आएगी या नहीं, इस पर भी संदेह है।
केस एक
पिछले साल 28 अगस्त को मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के छात्रों के साथ रैगिंग का मामला सामने आया लेकिन कोई जांच रिपोर्ट नहीं आई।
केस दो
दो अक्टूबर को सैदाबाद निवासी राजकुमार पत्नी ङ्क्षरकी का प्रसव कराने स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल आया था। डॉक्टर ने बाहर की दवा लिखी, रुपये न होने के कारण राजकुमार ने पत्नी की पायल मेडिकल स्टोर पर गिरवी रख दी। इस मामले में भी जांच कमेटी बनी लेकिन रिपोर्ट अब तक नहीं आई।
केस तीन
17 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में नवजात के बदलने का मामला सामने आया। पीडि़त कुंडा निवासी विनोद कुमार ने विरोध व शिकायत की तो इसमें भी जांच कमेटी गठित कर दी गई। जांच कमेटी ने सिर्फ खानापूर्ति कर मामले को दबा दिया।
प्रमुख सचिव से शिकायत करेंगी नर्स
एसआरएन अस्पताल में नर्स के साथ छेड़खानी के मामले की शिकायत प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे के समक्ष की जाएगी। वह आज प्रयागराज आ रहे हैं और निरीक्षण करने स्वरूपरानी अस्पताल भी पहुंच सकते हैं। यहां सभी नर्स आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगी। एसोसिएशन की अध्यक्ष साफिया खातून कहती हैं कि जब पीडि़ता नर्स के पास मैसेज है, पूरा प्रूफ है तो जांच की क्या बात है। इसकी शिकायत चिकित्सा शिक्षा मंत्री से भी करने की बात कही।
क्या कहते हैं जांच अधिकारी
अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव से भी नर्सों ने शनिवार को शिकायत की। उनके नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई। डॉ. श्रीवास्तव का कहना है कि अब डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है, इसलिए हमारी जांच का कोई औचित्य नहीं। फिर भी हम लोग जांच करेंगे।
आज दर्ज होगा नर्स का बयान
स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल (एसआरएन) में जूनियर डॉक्टर द्वारा नर्स से छेड़खानी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अस्पताल में हंगामे के बाद नर्स ने कोतवाली थाने में डॉ. राघवेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। विवेचना एसआरएन चौकी प्रभारी दयाराम को दी गई है। दारोगा ने मामले में पूछताछ की। पीडि़त नर्स का बयान दर्ज किया जाएगा। पुलिस मोबाइल सीसीटीवी कैमरे, कॉल रिकार्डिंग और एसएमएस रिकार्ड से भी जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि पीडि़त पक्ष का बयान दर्ज कर आरोपित से पूछताछ होगी।
क्या था मामला
स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में बुधवार की रात इमरजेंसी में एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर की ड्यूटी थी। नर्स का आरोप है कि एक बजे रात डॉक्टर ने फोन कर उसे बुलाया और छेड़खानी की। इसके बाद वह चली आई तो फोन करने लगा। न उठाने पर 1:30 बजे वाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजा। सुबह मामले की जानकारी नर्सों को हुई तो उन्होंने हंगामा कर दिया। देर रात कोतवाली थाने में डॉक्टर राघवेंद्र पर केस दर्ज हो गया। इंस्पेक्टर कोतवाली का कहना है कि जांच चौकी प्रभारी दयाराम को दी गई है। वह खुद इस मामले में पूछताछ करेंगे।
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