.. अब ओवरस्पीड नहीं चला सकेंगे चालक कामर्शियल वाहन
कौशांबी में एआरटीओ ने स्पीड गवर्नर सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि अब चालक ओवरस्पीड कामर्शियल वाहन नहीं चला सकेंगे।
इलाहाबाद : कामर्शियल वाहनों की ओवरस्पीड पर अब लगाम लगेगी। इसके लिए इन वाहनों में स्पीड गवर्नर लगाया गया है। एआरटीओ ने कौशांबी जनपद में स्पीड गवर्नर सेंटर का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि स्पीड गवर्नर लगने के बाद वाहनों का फिटनेस किया जाएगा। इसके लगाने से सड़क हादसों में कमी आएगी।
दरअसल अधिकतर सड़क हादसे ओवरस्पीड के कारण होते हैं। खासकर कामर्शियल वाहन ओवरस्पीड चलते हैं तो फिर उनको संभालना और मुश्किल होता है और हादसे हो जाते हैं। इस समस्या को देखते हुए परिवहन विभाग ने देशभर के सभी कामर्शियल वाहनों के लिए स्पीड गवर्नर अनिवार्य कर दिया है। अब तक प्रदेश के कई जिलों में स्पीड गवर्नर लगाने का काम शुरू हो चुका था। हालांकि कौशांबी में इसकी शुरुआत अब हुई है। मंगलवार को एआरटीओ शंकरजी ¨सह ने परिवहन कार्यालय के निकट स्पीड गवर्नर सेंटर का शुभारम्भ किया। उन्होंने बताया सभी तरह के कामर्शियल वाहनों में इसे लगाना होगा। इसके लगने के बाद ही अब वाहनों का फिटनेस प्रमाणपत्र दिया जाएगा। स्पीड गवर्नर सेंटर के संचालक रमेश शुक्ला ने बताया कि इसे लगाने के बाद वाहनों की गति से 40 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहेगी। बताया कि स्कूली बसों में इसे लगा देंगे के बाद वह 60 किमी की स्पीड से अधिक नहीं चल सकेंगे। इससे अधिक स्पीड करते ही इंजन में तेल की सप्लाई ठप हो जाएगी तो बस रुकने लगेगी। ऐसे ही ट्रकों की स्पीड 40 से 60 किमी और छोटे कामर्शियल वाहनों की गति 80 किमी तक ही रहेगी। इस मौके पर ओम प्रकाश शुक्ला, शिवम पांडेय, राजन शुक्ला आदि थे।