अफसर ने लगाई नीली बत्ती, सेल्स टैक्स ने बैठाई जांच
---फोटो--- -चेकिंग के दौरान का वीडियो हुआ वायरल, विभाग मे खलबली -सख्त निर्देश के बा
जासं, इलाहाबाद : वीआइपी कल्चर खत्म करने के लिए केद्र सरकार ने भले ही लाल-नीली बत्ती के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, लेकिन इसके बावजूद अधिकारी मोह छोड़ नही पा रहे है। वाणिज्यकर विभाग के सचल दल के अधिकारियो के नीली बलाी लगाकर चेकिंग करने का वीडियो वायरल होने पर खलबली मच गई है। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 ने इसके लिए जांच के निर्देश दिए है।
सात दिसंबर की रात मे सचल दल के वाणिज्यकर अधिकारी अजय विक्रम सिंह और उमराव बांगड़ धर्मशाला के सामने बिजली विभाग के आफिस के गेट आगे सरकारी गाड़ी खड़ी कर माल लेकर जाने वाली गाडि़यो की चेकिंग कर रहे थे। उन्होने गाड़ी पर नीली बलाी लगा रखी थी और उसका हूटर भी बज रहा था। कुछ लोगो ने इसका वीडियो बना लिया। इसकी शिकायत वाणिज्यकर विभाग मे एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 से करने के बाद वीडियो और फोटो वायरल कर दिया। इससे विभाग मे खलबली मच गई। क्योकि, एक मई को स्पष्ट निर्देश जारी हो चुके है कि पुलिस, सेना और एंबुलेस जैसी आपात सेवा को छोड़कर अन्य किसी की गाड़ी पर नीली-लाल बलाी नही रहेगी। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 राम प्रसाद का कहना है कि दोनो अधिकारियो से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उनका जवाब आने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
श्रमिक दिवस पर लागू हुई थी ऐतिहासिक व्यवस्था : केद्र सरकार ने वाहनो पर लालबलाी लगाने पर रोक का निर्णय 19 अप्रैल 2017 को लिया था, लेकिन एक मई श्रमिक दिवस के ऐतिहासिक दिन पर इस व्यवस्था का लागू किया था ताकि वीआइपी कल्चर पर अंकुश लग सके। केद्र सरकार के पश्चात प्रदेश सरकार ने सरकारी गाडि़यो के नंबर प्लेट पर उलार प्रदेश सरकार लिखने पर भी रोक लगा दी थी। मगर आज तक तमाम अधिकारियो की गाड़ी पर उलार प्रदेश सरकार लिखा है। आरटीओ कार्यालय इसके लिए कभी भी कोई अभियान नही चलाता है।