'मैंगो फ्रूटी' से खेलिए होली, कोई साइड इफेक्ट नहीं
रंगपर्व होली के लिए बाजार में हर्बल रंगों के साथ पारंपरिक रंग हैं। दूसरी ओर तरह-तरह की पिचकारियां भी बच्चों को लुभा रही हैं। बाजार में दुकानें सज गई हैं।
प्रयागराज : एक ओर 'मैंगो फ्रूटी' है तो दूसरी ओर रजवाड़ा, इंपीरियल, रंगबरसे, पंटूस, लिटिल मास्टर, किन्नर जाय, मुरली भी उपलब्ध है। जी हां यह नाम है रंगों और गुलाल का। जो इन दिनों होली त्योहार के लिए बाजार की दुकानों में दिख रहे हैं। 'मैंगो फ्रूटी' हर्बल रंग है। कहते हैं कि इसका साइड इफेक्ट नहीं है।
हर्बल रंग और गुलाल की डिमांड
यूं तो तरह-तरह के रंग और गुलाल बाजार में उपलब्ध हैं। युवाओं और बच्चों में इस बार हर्बल रंगों की अधिक डिमांड है। अन्य रंग और गुलाल सामान्य होने के नाते इसके साइड इफेक्ट हो सकते हैं, लेकिन हर्बल रंग मैंगो फ्रूटी से किसी तरह का साइड इफेक्ट न होने के दावे किए जा रहे हैं। दुकानदार बताते हैं कि मैंगो फ्रूटी में दो तरह के नारंगी और हरा रंग बाजार में उपलब्ध है। रंग और पिचकारी कारोबारी कादिर भाई का कहना है कि मैंगो फ्रूटी में आम की खुशबू है। इससे रंग खेलने पर आम की महक आएगी।
चल रही आइ-20 और एके-47
रंगपर्व नजदीक आ रहा है, बच्चों में होली की खुमारी बढ़ती जा रही है। बाजार में खरीदारी तेज हो गई है। बच्चों की तो फेवरिट पिचकारी पर ही नजर है। पिचकारी और रंगों की दुकानें बाजार में सज गई हैं। बाजार में कई तरह की पिचकारियां और रंग भी उपलब्ध हैं। आइ-20, एके-47, राइफल, राकेट समेत अन्य नामों की पिचकारियां बाजार में उपलब्ध हैं। आई-20 पहली बार बाजार में दिख रही है। यह स्कूली बैग के आकार की है। इसमें एक बार हवा भरने पर तब तक चलेगी, जब तक रंग खत्म नहीं हो जाता। इसकी क्षमता एक लीटर पानी की है। दुकानदार सुमित का कहना है कि आइ-20 और एके-47 बच्चों की खास पसंद है।