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संगमनगरी में पहाड़ सी गलन, प्रयागराज में सीजन की सबसे ज्यादा ठंड, न्यूनतम तापमान चार डिग्री

पौष पूर्णिमा के दूसरे रोज मंगलवार को कोहरे और बादलों के घेरे के बीच गलन चरम पर रही। कड़ाके की ठंड की वजह से जगह-जगह लोग अलाव तापते दिखे। बाजार हो या मोहल्ले और सरकारी कार्यालय हर तरफ लोग अलाव जलाए हैं

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 12:51 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 12:51 PM (IST)
संगमनगरी में पहाड़ सी गलन, प्रयागराज में सीजन की सबसे ज्यादा ठंड, न्यूनतम तापमान चार डिग्री
कड़ाके की ठंड की वजह से दोपहर में भी जगह-जगह लोग अलाव तापते दिखे

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इन दिनों संगम नगरी में पहाड़ों सी कंपकंपाती हवा चल रही है। ऐसी ठंड जैसे शिमला या मसूरी की बर्फबारी के बीच मौजूद हों। दिन भर लोगों को सर्द हवा का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को तो गलन का हाल यह रहा कि तापमान चार डिग्री पर जा पहुंची। यह इस सर्द सीजन का न्यूनतम तापमान है। इससे पहले पिछले साल 12 जनवरी को न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री दर्ज किया गया था। 

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ऐसी ठंड कि दोपहर में भी अलाव तापते दिखे लोग

पौष पूर्णिमा के दूसरे रोज मंगलवार को सूरज तो चमका लेकिन सुबह से कोहरे और बादलों के घेरे के बीच गलन चरम पर है। कड़ाके की ठंड की वजह से दोपहर में भी जगह-जगह लोग अलाव तापते दिखे। बाजार हो या मोहल्ले और सरकारी कार्यालय, हर तरफ लोग अलाव जलाए हुए हैं। नगर निगम की ओर से अलाव का इंतजाम नाकाफी साबित हो रहा है। ऐसी ठंड और गलन में लोग गर्म कपड़ों में सिमटे हुए हैं। बहुत जरूरी होने पर ही घरों से निकल रहे हैं। सड़क और बाजारों में आम दिनों की अपेक्षा लोगों की  आवाजाही कम दिख रही है। मौसम विभाग की माने तो इस तरह की ठंड अभी तीन से चार दिन और रहेगी। लोग घरों मेें ही रहें तो बेहतर होगा। 

मंगलवार की सुबह संगमनगरी के लोग सोकर उठे तो उन्हें सफेद कोहरे की चादर तनी हुई दिखी। पछुआ हवा चलती रही। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान चार डिग्री रहा। वातावरण में नमी 100 फीसद रही। मौसम विज्ञानी डाक्टर शैलेंद्र राय ने बताया कि रात का तापमान अधिक गिर रहा है। अभी ऐसा ही मौसम कुछ दिन बना रहेगा। ऐसे में लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है वरना कोल्ड स्ट्रोक का खतरा बना हुआ है।


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