तीन जनवरी को प्रयागराज आ सकते हैं सीएम योगी, गंगा यात्रा में होंगे शामिल Prayagraj News
प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज आगमन तीन जनवरी को हो सकता है। वह गंगा यात्रा में शामिल होंगे और श्रृंगवेरपुर में रात्रि विश्राम करेंगे। उनके साथ कई मंत्री भी रहेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन जनवरी को प्रयागराज आ सकते हैैं। वह यहां गंगा यात्रा में शामिल होंगे। श्रृंगवेरपुर धाम में उनके रात्रि विश्राम की योजना है। उनके साथ कई मंत्री, प्रमुख सचिव, सांसद व विधायक भी रहेंगे।
पूर्वांचल में यात्रा बलिया से शुरू होकर कानपुर तक जाएगी
कानपुर में पिछले दिनों राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने के बाद एक से पांच जनवरी 2020 तक गंगा यात्रा का प्रदेश सरकार ने कार्यक्रम बनाया गया है। पूर्वांचल में यात्रा बलिया से शुरू होकर कानपुर तक जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के मंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सांसद और विधायक शामिल होंगे। जलमार्ग और सड़क मार्ग से चलने वाली इस यात्रा में ये वीवीआइपी किन्हीं चार गांवों में रात्रि विश्राम करेंगे। यात्रा प्रयागराज में तीन जनवरी को पहुंचेगी। इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के शरीक होने की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रयागराज में विभिन्न विभाग तैयारियों में जुटा
इसके लिए जिला प्रशासन, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर विकास विभाग, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, गृह, परिवहन, सूचना, पर्यटन, संस्कृति, युवा कल्याण एवं खेलकूद व पशुपालन विभाग तैयारियों में जुट गया है। जल शक्ति विभाग को इसका नोडल विभाग बनाया गया है। इन विभागों को गंगा किनारे के 111 गांवों में अलग-अलग कार्य सौंपे गए हैैं। इस बाबत अफसर कुछ नहीं बोल रहे हैं लेकिन तैयारियां तेज हो गई हैैं। मुख्यमंत्री के सचिव आलोक कुमार की ओर से जिले के अधिकारियों को जारी निर्देश में उनकी भूमिका बताई गई है।
खास बातें
- 111 गांव गंगा किनारे बसे हैैं, इन गांवों में एक हफ्ते पहले से तैयारी
- 46 किमी की होगी जिले में गंगा यात्रा, होंगे जागरूकता के कार्यक्रम
जल-थल मार्ग का तैयार हो रहा खाका
गंगा यात्रा जल मार्ग के साथ ही सड़क से भी आएगी। जहां जैसे सुविधाजनक होगी, उसी तरह यात्रा चलेगी। जल में स्टीमर से यात्रा आएगी। सड़क से यात्रा के लिए रूट का निर्धारण किया जा रहा है। इसके लिए गृह विभाग के साथ ही परिवहन, जिला प्रशासन और पुलिस को लगाया गया है।
सदानीरा किनारे के गांवों में कचरा निस्तारण की योजना
जिले में गंगा के किनारे के 111 गांवों में कचरा निस्तारण की योजना बनाई जा रही है। इन गांवों में कचरे से खाद बनाने, नालियों को गांव में रोककर जल को शोधित कर सिंचाई के लिए उपयोग करने की योजना बनाई जा रही है। सदानीरा के किनारे अधिक से अधिक पौधारोपण की भी तैयारी है। गांवों में कचरा निस्तारण प्लांट, शौचालयों का प्रयोग कराने के लिए जागरूकता, कचरे से जैविक खाद बनाने के लिए प्लांट स्थापना की तैयारी में अफसर जुट गए हैं।