फर्जी भुगतान के मामले में रेल डाक का बाबू निलंबित Prayagraj News
श्रमिकों की ड्यूटी लगाते थे उससे अधिक संख्या दिखाते थे। फिर फर्जी बिल वाउचर बनाकर विभाग को देते थे। उन फर्जी श्रमिकों के नाम पर रुपये भुगतान कर लेते थे।
प्रयागराज,जेएनएन। श्रमिकों के नाम पर फर्जी भुगतान कराने वाले रेल डाक के एक बाबू को निलंबित कर दिया गया है। वह कई दिनों से श्रमिकों की अधिक संख्या बताकर उनके नाम पर फर्जी वाउचर बनाता था और भुगतान करा लेता था। इसकी शिकायत जब उच्चाधिकारियों को हुई तो प्रथमदृष्टया मामला सही पाया गया।
रेल डाक सेवा में छटाई सहायक के पद पर तैनात है बाबू
रेल डाक सेवा में तैनात परदेशी लाल छटाई सहायक के पद पर कार्यरत है। इनका काम दैनिक वेतन पर श्रमिकों की ड्यूटी लगाना था। आरोप है कि यह जितने श्रमिकों की ड्यूटी लगाते थे उससे अधिक संख्या दिखाते थे। फिर फर्जी बिल वाउचर बनाकर विभाग को देते थे। उन फर्जी श्रमिकों के नाम पर रुपये भुगतान कर लेते थे। इसकी शिकायत प्रवर अधीक्षक रेल डाक सेवा रहमत उल्लाह को हुई तो उन्होंने इसकी जांच कराई। जांच दृष्टया मामला सही पाया गया और उन्हेंं तत्काल निलंबित कर दिया गया। प्रवर डाक अधीक्षक ने बताया कि भुगतान के नाम पर गड़बड़ी किए जाने की सूचना मिली थी। गड़बड़ी करने वाले बाबू को निलंबित कर दिया गया है। अभी पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
4,147 करोड़ से एनसीआर में होगा कायाकल्प
अब बंद पड़े कामों को रफ्तार देने की कवायद चल रही है। शुक्रवार को उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के महाप्रबंधक (जीएम) राजीव चौधरी ने प्रयागराज, आगरा और झांसी मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा की। वित्तीय वर्ष 2020-21 में होने वाले अवसंरचना कार्यों पर चर्चा की। एनसीआर इस वित्तीय वर्ष में 4147 करोड़ का निवेश करेगा। इससे यातायात सुविधाओं, यात्री सुविधाओं, लेवल क्रासिंग संरक्षा, रेलवे ओवर ब्रिज-रेलवे अंडर ब्रिज, स्टाफ सुविधाओं, सिग्नलिंग आदि के कार्य किए जाएंगे।
16 सौ करोड रुपये ट्रैक दोहरीकरण परियोजनाओं पर होंगे खर्च
चालू वित्त वर्ष 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे को चल रहे कार्यों के क्रियान्वयन और बेहतर ढांचागत सुविधाओं के लिए नए कार्यों की मंजूरी को कुल राशि 4147.23 करोड़ के बजट का प्राविधान किया है। कुल बजट आवंटन में 1600 करोड़ रुपये विभिन्न चल रही ट्रैक दोहरीकरण परियोजनाओं पर खर्च किए जाएंगे। इसी क्रम में एनसीआर के विभिन्न स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए 874 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। साथ ही 502 करोड़ रुपये संरक्षा संबंधी ट्रैक नवीनीकरण कार्य, 482 करोड़ रुपये लेवल क्रासिंग संरक्षा, आरओबी, आरयूबी कार्य, सिग्नलिंग कार्य हेतु 170 करोड़ रुपये, गेज परिवर्तन के लिए 150 करोड़ रुपये, यातायात सुविधाएं के लिए 130 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जीएम ने तीनों मंडलों से कोविड-19 को लेकर तैयारियां और उससे बचने के उपायों पर भी चर्चा की। बैठक का संचालन प्रधान मुख्य अभियंता शरद मेहता ने किया।